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मंगल पर पहुंचते इनसान पर कौतूहल

२४ अगस्त २०१०

खोज में मंगल ग्रह, मैच प्वाइंट में कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारियों की जानकारियों के साथ साथ हिंदी वेबसाइट पर विभिन्न आलेखों को पढ़ कर श्रोता क्या सोचते हैं, आइए आप भी जानें. आपके संदेश हमें लगातार मिल रहे हैं.

https://p.dw.com/p/Oufh
तस्वीर: ESA - Illustration by Medialab

अभी तक बीबीसी की हिंदी वेबसाइट को देखता था लेकिन फेसबुक पर dw-world.de का लिंक मिला और इसको देखने के बाद अहसास हुआ कि वाकई जर्मनी में भी भारतीय न्यूज़ कन्टेंट को तवज्जो मिलती है. पूरी टीम को तहेदिल से मेरी तरफ से मुबारकबाद.

असित अवस्थी, ईमेल से

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Flash-Galerie Pakistan Überschwemmung
तस्वीर: AP

सचमुच यह खबर उत्साहित करने वाली है क्योंकि अभी तक अंतराष्ट्रीय गणित संघ का अपना कोई परमानेंट घर नहीं था. अब यह सपना बर्लिन पूरा कर रहा है. आशा है गणित का मान और बढ़ेगा. डॉयचे वेले हिंदी की वेबसाइट पर यह समाचार दुनिया के गणितज्ञों को और अच्छा करने के लिए प्रेरित करेगा.

एसबी शर्मा, जमशेदपुर, (झारखण्ड)

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डॉयचे वेले हिंदी सेवा की वेबसाइट पर प्रेस समीक्षा पढ़ने को मिला. पाकिस्तान में बाढ़ की भयानक विभीषिका पाकिस्तान के बारे में जितनी खबर आ रही है उससे कहीं ज्यादा तबाही वहां हुई है. इंसानियत जात पात और धर्म से परे है. दर्द सरहदों की सीमा में नहीं बंधा होता. दरअसल, सरहद के दोनों ही ओर, चाहे वह हिन्दुस्तानी हो या पाकिस्तानी, आम जनता के हिस्से में दुख दर्द, गरीबी और ऐसी प्राकृतिक आपदाओं के हाथों तबाही ही लिखी है.

विदेश नीति, राजनीति और कूटनीति से आम जनता का अकसर लेना देना नहीं होता. मैं यह भी नहीं समझता कि भारत और पाकिस्तान के लोग एक दूसरे से नफरत करते होंगे. जहां तक तबाही और तकलीफों की बात है, यह मंजर दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न हो, जानने पर दिल तो पसीजता ही है. फिर हम तो पड़ोसी हैं, बल्कि एक ही सभ्यता संस्कृति के दो हिस्से. ऐसा कैसे हो सकता है कि एक दूसरे के दुख दर्द में शामिल न हों.

रवि शंकर तिवारी, स्टुडेंट टीवी जर्नलिज्म, जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (नई दिल्ली)

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आपकी वेबसाइट पर 'पत्थर से मारा' आलेख पढ़ा, ऐसी घटनाएं 21वीं सदी में भी हो रही हैं, देखकर अचरज होता है. लोगों में जागरूकता और शिक्षा का अभाव इस प्रकार की घिनौनी घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं. यदि क्षेत्र के नागरिक जुल्म के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हो जाएं तो जुल्म सर पर पांव रख कर भागता नज़र आएगा. लगता है उस क्षेत्र में अभी काफी बलिदान के बाद जागरूकता आ पाएगी. विश्व समुदाय को ऐसी अमानवीय घटनाओं के प्रति अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज करनी चाहिए.

गणेश शर्मा, शेखावाटी क्लब, फतेहपुर.शेखावाटी (राजस्थान)

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पीपली लाइव फिल्म बहुत ही अच्छी है मगर उस पर पाबंदी लगाना मेरे ख्याल से ठीक नहीं है. जो सच है उसे देखने की हिम्मत हर आदमी में होनी चाहिए.

रज्जाक, ईमेल से

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Briefe Symbolbild
तस्वीर: Picture-Alliance /dpa

यह बहुत बड़ी उपलब्धि है कि हमने मंगल ग्रह तक अपनी पहुंच बनाई है लेकिन जैसा कि माना जाता है कि हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है तो जहां हमें मंगल के रहस्यों का पता चलता है वहीं हमें अंतरिक्ष से होने वाली परेशानियों से डट कर मुकाबला करना चाहिए. आज पर्यावरण की मार पूरी दुनिया में पड़ रही है. इसमें चावल की पैदावार पर भी असर पड़ा है. भारत जैसे देशों के लिए खतरे की घंटी है, जहां 80% आबादी खेती पर निर्भर है. यह बात अब सही हो रही है कि ग्लोबल वार्मिंग से दुनिया बर्बाद होने वाली है. मुंबई में दो जहाजों की टक्कर से सारा तेल समुद्र में फैल रहा है, यह बहुत दुखद घटना है. अब वक़्त आ गया है कि तेल को जल्द से जल्द साफ़ कराया जाए नहीं तो सारे जलीय जीव मर जाएंगे.

निर्मल सिंह राणा, ठाकुरगंज, बिहार

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आप मेरे हर पत्र को बहुत महत्व देते हैं इसके लिए मैं हृदय से आभारी हूं. मैं सुबह की सभा फिर शुरू करने की आपसे विनम्र शब्दों में पुरजोर मांग करता हूं. आपकी वेबसाइट सही अर्थों में ज्ञान का भंडार है. लेकिन वह अभी तक आम श्रोताओं के पहुंच में नहीं आ पाई है. इसलिए रेडियो के महत्व को कम नहीं करें. करामाती लैपटॉप की जानकारी हमारे सभी क्लब सदस्यों को बेहद पसंद आई है. क्या यह आमजन की पहुंच में होगा?

प्रमोद महेश्वरी, शेखावाटी रेडियो और इन्टरनेट यूज़र्स क्लब, फतेहपुर-शेखावाटी, (राजस्थान)

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डीडब्ल्यू हिंदी की वेबसाइट पर 35 साल होने पर शोले सिनेमा के किरदार, कहानी को जिस प्रकार याद किया गया है पढ़कर मेरी भी शोले फिल्म की यादें ताज़ा हो गईं. मेरे बचपन में यह फिल्म रिलीज़ हुई और तीन महीने से ज्यादा एक ही टाकीज़ में चली. उस समय मुझे याद है सभी लोग इस फिल्म को बार बार देखकर काफी चर्चा करते थे. उतनी चर्चा आज तक मैंने किसी दूसरी फिल्म के बारे में नहीं सुनी है. जब भी मौका मिले मै आज भी शोले देखना पसंद करूंगा .

संदीप जावले, मार्कोनी डीएक्स क्लब, परली वैजनाथ (महाराष्ट्र)

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मैच प्वॉइंट में कॉमनवेल्थ गेम्स के बारे में रिपोर्ट सुनी. तैयारियों को देखते हुए तो सफलता संदिग्ध लगती है क्रिकेट वर्ल्ड कप के लिए नंबर 7 पर खिलाड़ी की तलाश में बारे में जाना. मेरे विचार में यह जल्द हो क्योंकि वर्ल्ड कप निकट आ रहा है. हैलो जिंदगी में देशप्रेम की फिल्मों की चर्चा सुनी. अच्छी लगी, लेकिन वर्तमान की ये फिल्में वह प्रभाव नहीं छोड़ पा रही हैं, जो पुरानी फिल्में छोड़ती थीं. देशभक्ति के गीत भी 15 अगस्त, 26 जनवरी को ही सुनने को मिलते हैं.

उमेश कुमार शर्मा, स्टार लिस्नर्स क्लब, नारनौल (हरियाणा)

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खोज कार्यक्रम में ज़मीन और पानी के प्रदूषण से पीड़ित होने तथा इनसान का धरती से संबंध पर विस्तार से की गई चर्चा विचारोतेजक लगी. यह एक ज्वलंत समस्या है जिसका निराकरण यथाशीघ्र नहीं होने पर पृथ्वी के विनाश होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. स्वास्थ के लिए हानिकारक पारे के लवण के पानी में पाए जाने पर विस्तार से दी गई जानकारी रोचक एवं ज्ञानवर्धक लगी.

अतुल कुमार, राजबाग रेडियो लिस्नर्स क्लब, सीतामढ़ी (बिहार)

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खेल और खिलाडी में आपने सहवाग एपीसोड पर काफी विस्तार से बताया. श्रीलंकाई खिलाडी रणदीव ने खेल भावना को आहत किया है.उन्होंने न केवाल अपना, बल्कि श्रीलंका क्रिकेट का भी काफी नुकसान किया है. विरोध के बाद क्रिकेट में बहुत जल्द आने वाली यह घटना क्रिकेट के लिए काफी नुकसानदेह साबित हो सकती है. आपकी कवरेज के लिए धन्यवाद.

कौशल किशोर मिश्र और संजय सक्सेना, शेखावाटी रेडियो और इन्टरनेट यूज़र्स क्लब, फतेहपुर-शेखावाटी, (राजस्थान)

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संकलनः विनोद चढ्डा

संपादनः ए जमाल