भारत 136 पर ढेर, मेजबानों का हमला शुरू
१७ दिसम्बर २०१०जैसा नजारा गुरुवार को दिखा वैसा ही शुक्रवार सुबह हुआ. नौ विकेट खोकर किसी तरह 136 रन तक पहुंची भारतीय टीम संघर्ष ज्यादा लंबा नहीं खींच पाई. दूसरे दिन खेल का आगाज करते ही मोर्केल ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के पैड्स पर सटीक निशाना लगा दिया. अंपायर ने अंगुली खड़ी कर दी और भारतीय टीम सिमट गई.
इसके बाद मेजबान कप्तान ग्रैम स्मिथ ने ज्यादा वक्त नहीं गंवाया. एल्विरो पीटरसन के साथ वह तुरंत जवाबी हमले के लिए उतरे. सामने श्रीसंत थे जिन्होंने स्विंग होते विकेट पर आते ही चौका खाया. जहीर खान की गैर मौजूदगी में भारतीय टीम को श्रीसंत, ईशांत और जयदेव से काम चलाना पड़ रहा है. 19 साल के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकंठ पहला टेस्ट खेल रहे हैं. उनके प्रदर्शन पर सबकी नजरें रहेंगी. स्पिन विभाग सिर्फ भज्जी संभालेंगे, जिन्हें पार्ट टाइम स्पिनरों से मदद मिलेगी.
इससे पहले गुरुवार को टॉस हारकर बैटिंग करने उतरे भारतीय खिलाड़ी मॉर्नी मोर्केल और डेल स्टेन के हाथों में कठपुतली से दिखाई दिए. पहला विकेट एक ही रन पर गिरा गया जब वीरेंद्र सहवाग बिना कोई रन बनाए चलते बने. उन्हें स्टेन ने आउट किया. उनके ओपनर साथी गंभीर भी 5 रन बनाकर उनके साथ हो लिए. गंभीर मोर्केल का शिकार बने. तब भारत का स्कोर 24 रन था. इसमें तीन रन ही जुड़े थे कि राहुल द्रविड़ को भी मोर्केल की एक गेंद ने पेविलियन का रास्ता दिखा दिया. द्रविड़ ने 14 रन बनाए.
इस तरह बारिश की वजह से भीगे मैदान पर शुरू हुए मैच में भारत ने चाय तक सिर्फ 55 रन बनाए थे और उसके तीन खिलाड़ी आउट हो चुके थे. आखिरी सत्र में उसके छह विकेट गिरे और रन बने सिर्फ 81.
डेल स्टेन ने 10 ओवर फेंके और 34 रन देकर तीन खिलाड़ियों को आउट किया. चाय के बाद उन्होंने वीवीएस लक्ष्मण को आउट किया. लक्ष्मण ने सिर्फ सात रन बनाए. सुरेश रैना एक ही रन बना सके और स्टेन की ही गेंद पर कालिस के हाथों कैच आउट हुए. स्टेन का सबसे अहम विकेट रहा सचिन तेंदुलकर का जो 36 रन बनाकर एलबीडब्ल्यू आउट हुए. स्टेन की इस तिकड़ी के साथ भारत का स्कोर छह विकेट पर 71 रन हो गया.
जब भारतीय बल्लेबाज घुटने टेक रहे थे तब स्पिनर से ऑलराउंडर बनने की ओर बढ़ रहे हरभजन सिंह ने दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों को खासा छकाया. उन्होंने लंबी पारी खेली और 27 रन बनाकर रन आउट हुए. उन्हें मेजबान विकेटकीपर मार्क बाउचर ने बेहद शातिर ढंग से आउट किया. बाउचर विकेटों से काफी आगे गेंद लपकने के लिए बढ़े, लेकिन तभी उन्हें थ्रो को पकड़ने के बजाए सीधे विकेटों की मोड़ दिया. भज्जी इससे चकमा खा बैठे. बहरहाल हरभजन ने कप्तान धोनी के साथ मिलकर उन्होंने नौ ओवरों में 50 रन बनाए. दोनों ने कुल तीन छक्के भी लगाए.
इतना नुकसान होने के बाद वापसी की उम्मीदें बेकार थी. शुक्रवार का सूरज चढ़ते ही यह साबित भी हो गया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ओ सिंह
संपादनः आभा एम