भारत विरोधी आतंकियों पर कार्रवाई करे पाक
२२ अक्टूबर २०१०अमेरिका और पाकिस्तान के बीच इस समय वाशिंगटन में सामरिक बातचीत चल रही है. बातचीत के मुद्दों के बारे में पूछे जाने पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पीजे क्राउली ने कहा, "हम पाकिस्तान के मिलजुलकर काम करते रहेंगे, इन उग्रपंथी तत्वों पर दबाव डालने के रास्ते तलाशेंगे जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और भारत के लिए खतरा हैं, पूरे क्षेत्र के लिए खतरा हैं और अमेरिका के लिए भी खतरा हैं."
विदेशनैतिक ब्लॉग द केबल ने खबर दी है कि आतंकी गुटों के खिलाफ कार्रवाई का कड़ा संदेश राष्ट्रपति बराक ओबामा ने स्वयं दिया जब पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल की मनोनीत राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार टॉम डोनीलॉन के साथ बैठक हो रही थी.
बातचीत के लिए वाशिंगटन गए पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, सेना प्रमुख जनरल अशफाक कियानी, वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख और पाकिस्तान के राजदूत हुसैन हक्कानी शामिल हैं. अधिकारियों के अनुसार ओबामा बैठक में चले आए और वहां 50 मिनट तक रहे.
ओबामा प्रशासन ने औपचारिक रूप से ड्रोन हमले में तीन पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने पर अफसोस व्यक्त किया लेकिन सूत्रों का कहना है कि अफगानिस्तान में तैनात नाटो टुकड़ियों के लिए सप्लाई रोकने के पाकिस्तानी फैसले को अधिकारियों
ने ब्लैकमेल माना है. पाकिस्तानी अधिकारियों ने इसे संप्रभुता का मुद्दा माना है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: आभा एम