भारत में भी शोक की लहर
पड़ोसी देश पाकिस्तान में जहां आतंकवादी हमले में मारे गए बच्चों को याद कर परिवार वालों का बुरा हाल वहीं भारत में भी माहौल कम गमजदा नहीं. बच्चों से लेकर अभिभावक तक सदमे में हैं. खास प्रार्थना सभाएं आयोजित की जा रही हैं.
मासूम श्रद्धांजलि
पेशेवर के जिस स्कूल में हमला हुआ वहां पढ़ने वाले बच्चे भी कुछ इसी तरह के होंगे. उन्हें क्या पता था कि उनके साथ तालिबान इतनी क्रूरता के साथ पेश आएगा. दुनिया के हर कोने में लोग सकते में हैं. इस हमले में मारे गए मासूम बच्चों को छोटी सी श्रद्धांजलि देते पटना के स्कूली बच्चे.
प्रार्थना और मौन
भारतीय संसद से लेकर स्कूलों तक विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित की जारी हैं. दिल्ली से लेकर कोलकाता तक प्रधानमंत्री मोदी की अपील के बाद स्कूलों ने दो मिनट का मौन रखा. निहत्थे बच्चों पर हमले से भारत में बच्चे सहम गए हैं.
शोक में डूबे छात्र
उत्तर प्रदेश के मथुरा में स्कूली छात्रों ने सुबह की प्रार्थना में मृतकों को याद किया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. देश भर में स्कूलों और कॉलेजों की सुरक्षा को लेकर कदम उठाने के विशेष निर्देश दिए गए हैं.
फिर कभी नहीं
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में भी स्कूल छात्रों ने पड़ोसी देश में हुए इस वारदात में गए मासूमों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. कई शहरों में लोगों ने मोमबत्ती मार्च भी निकाला.
नरसंहार की निंदा
दिल्ली के जंतर मंतर पर तालिबान के कृत्य की निंदा करने के लिए विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया. संसद ने भी इस हमले पर निंदा प्रस्ताव पास किया है.
शांति मार्च
केरल के तिरुअनंतपुरम में छात्रों ने शांति मार्च निकाला और पेशावर हमले की निंदा की. यहां छात्रों ने अपने मुंह पर काली पट्टी बांध रखी थी.