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भारत में पहली बार सैलानियों के लिए सी-प्लेन

२६ दिसम्बर २०१०

भारत में पहली बार सैलानियों के लिए सी-प्लेन की सुविधा शुरू की जा रही है. अंडमान निकोबार द्वीप जाने वालों को इस सुविधा का मजा मिलेगा. सोमवार को मुंबई में एक समारोह में उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल करेंगे शुरुआत.

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तस्वीर: PA/dpa

सरकारी कंपनी पवनहंस हेलीकॉप्टर अंडमान निकोबार द्वीप जाने वाले सैलानियों के लिए नए साल का तोहफा लेकर आई है. नए साल के पहले दिन से ही अंडमान निकोबार जाने वाले सैलानी सी-प्लेन समुद्री विमान की सवारी का मजा ले सकेंगे. अब तक इन सैलानियों को यहां आने के लिए बोट में या पानी के बड़े जहाज में जाना पड़ता था. शुरुआत पोर्ट ब्लेयर और हैवलॉक द्वीप के बीच उड़ान से हो रही है बाद में धीरे धीरे दूसरी जगहें भी शामिल की जाएंगी.

सैलानियों के ले जाने के लिए पानी और जमीन दोनों पर चलने वाले सेना 208A विमान का इस्तेमाल किया जाएगा. इसमें दो चालक और आठ यात्री बैठ सकते हैं. इस सेवा के लिए पवनहंस हेलीकॉप्टर्स लिमिटेड और अंडमान निकोबार प्रशासन ने आधे आधे की हिस्सेदारी पर करार किया है. नागरिक उड्डयन की नीतियों के मुताबिक सी-प्लेन की सेवा देने के लिए सौ फीसदी विदेशी निवेश की मंजूरी है. पोर्ट ब्लेयर में सी-प्लेन एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद हैवलॉक और दिगलीपुर में समुद्र में बने एयरपोर्ट पर उतरेगा और फिर यहीं से उड़ान भरेगा.

यात्रियों को सुरक्षित सेवा देने के लिए और किनारों से विमान तक पहुंचाने के लिए 10 यात्रियों की क्षमता वाली स्पीडबोट तैनात की जाएंगी. इसके साथ ही दूसरे इंतजाम भी किए जा रहे हैं. इनमें पानी को सुरक्षित बनाना और दूसरे तरह की नावों की तैनाती शामिल है.

नागरिक उड्डयन मंत्रालय देश के दूसरे हिस्सों भी सी-प्लेन की सेवा शुरू करने की योजना बना रहा है. इनमें लक्षद्वीप, गोवा और उड़ीसा शामिल हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः आभा एम