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भारत चीन के खट्टे मीठे रिश्तों की फिल्मी दास्तान

२७ दिसम्बर २०१०

भारत का एक आईटी इंजीनियर और चीन का केमिस्ट 'गोल्ड स्टक' नाम की फिल्म के जरिए पहली बार भारत चीन के खट्टे मीठे रिश्तों को पर्दे पर दिखाने जा रहे हैं. बॉलीवुड और चीन की सरकारी कंपनी मिल कर बनाएगी फिल्म.

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तस्वीर: AP

चीनी केमिस्ट टॉमी और भारतीय आईटी इंजीनियर संजय मिल कर कांसे को सोना में बदलने की फिराक में है. मारधाड़ और हंसी मजाक वाली इस फिल्म में दोनों देशों के बड़े कलाकार काम करने वाले हैं. बॉलीवुड में बनने जा रही इस फिल्म का बजट करीब 50 करोड़ रुपये का है. गोस्ड स्टक की प्रोड्यूसर सिंडी शियु का मानना है कि फिल्म दोनों देशों के खट्टे मीठे रिश्तों का भी दर्शकों के सामने लाएगी.

पत्रकारों से बातचीत में शियु ने कहा,"चीन और भारत के बीच बहुत कुछ एक जैसा है, हालांकि दोनों हर मामले में एक दूसरे के प्रतिद्वंदी भी हैं. फिल्म के दोनों किरदार भी दोनों देशों जैसे ही हैं. दोनों के बीच कुछ गलतफहमियां हैं पर एक दूसरे से अलग होने का जोखिम कोई नहीं उठाना चाहता. दोनों साथ मिलकर दुनिया को बेहतर बनाना चाहते हैं."

हर रोज योग और ताई ची दोनों को अभ्यास करने वाली शियू लाइट हाउस प्रोडक्शंस की मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं. उनका कहना है कि फिल्म 'आक्रामक चीन' और 'दुराग्रही भारत' की पुरानी धारणा को भी तोड़ देगी. गोल्ड स्टक की कहानी शियु ने ही कुछ भारतीय लेखकों के साथ मिल कर लिखी है और वो बॉलीवुड के बड़े नामों को भी फिल्म से जोड़ना चाहती हैं.

इस फिल्म प्रोजेक्ट को चीन की सरकारी कंपनी चायना फिल्म ग्रुप का भी सहयोग मिल रहा है. चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ की हाल ही में हुई भारत यात्रा के तुरंत बाद इस पहली बार दोनों देशों के फिल्मकार संयुक्त रूप से फिल्म बना रहे हैं. दो उभरती ताकतों के बीच विवादों को कम करना ही जियाबाओ की यात्रा का मकसद था और फिल्म भी इसी दिशा में एक कदम है.

गोल्ड स्टक हिंदी और चीनी भाषा के साथ ही अंग्रेजी में भी बनेगी. शियु की कंपनी लाइट हाउस प्रोडक्शंस और भारतीय कंपनी इरोज इंटरनेशनल फिल्म को दुनिया भर में पहुंचाएंगी.चीन में साठ के दशक में भारतीय फिल्म काफी लोकप्रिय थीं. अभी भी राजकपूर के आवारा हूं जैसे गाने गुनगुनाने वाले लोग यहां मिल जाते हैं. आधिकारिक रूप से चीन हर साल 20 विदेशी फिल्मों को अपने यहां रिलीज करने की अनुमति देता है और इनमें अक्सर भारतीय फिल्में भी होती हैं. अगर गोल्ड स्टक सफल रही तो दोनों देशों के बीच फिल्मों का कारोबार बढ़ेगा. दोनों की साझीदारी हॉलीवुड को भी कड़ी टक्कर दे सकती है क्योंकि साथ मिले तो दोनों के पास न पैसों की कमी रहेगी, न कलाकारों की और न ही बाजार की.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः आभा एम