भारत को हेडली से पूछताछ की अनुमति
५ जून २०१०शनिवार को अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेम्स जोन्स ने कहा कि भारतीय जांच टीम को हेडली से पूछताछ करने की आज इजाज़त दे दी गई है.
जोन्स ने बताया, "हां इजाज़त दे दी गई है. ये एक जारी रहने वाली प्रक्रिया है और इस बारे में मुझे विस्तार से कोई जानकारी नहीं है. मैं सिर्फ इतना ही कह सकता हूं कि ये दोनों देशों के कानून के जानकारों के हाथों में है." जोन्स ने कहा, "हमने अपना वादा पूरा किया है."
इससे पहले अमेरिकी अधिकारियों ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी कि भारत को मुंबई हमलों के आरोपी डेविड कोलमन हेडली से कब और कैसे पूछताछ करने की जाएगी. अब भी सुरक्षा कारणों से अन्य जानकारी नहीं दी गई है.
मुंबई हमलों में सभी आरोपों को स्वीकार करने वाले डेविड हेडली से पूछताछ शिकागो में हो रही है. हालांकि अब भी इस बारे में जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा रही है कि हेडली से कब और कैसे पूछताछ की जाएगी.
"हम इससे खुश हैं कि आतंकी गतिविधियों के इस दौर में दो देश साथ मिल कर काम कर सकते हैं और तेज़ी से खुफिया सूचनाओं का आदान प्रदान कर सकते हैं."
ये पूछे जाने पर कि क्या हेडली से पूछताछ की इजाज़त एक ही बार होगी या कई बार उससे सवालात किए जा सकेंगे. जोन्स ने कहा,"मैं नहीं जानता लेकिन सहयोग और एक दूसरे के आदर की भावना हममें है और हमने पहला कदम लिया है. हमें इंतज़ार करना चाहिए और देखते हैं कि दोबारा पूछताछ की मांग होती है या नहीं."
ये मुकदमा क्या मायने रखता है इसके जवाब में जोन्स ने कहा, "अगर मैं आतंकी होता तो इससे मुझे पता लगता कि अमेरिका और भारत साथ मिल कर काम कर रहे हैं. हमें एक ऐसे नेटवर्क की ज़रूरत है जिसमें कोई भी इसी गति के साथ, सटीक, खुले दिल से काम कर सकता हो. क्योंकि सिर्फ एक ही देश आतंकियों को हरा नहीं सकता इसके लिए कई देशों को साथ मिल कर काम करना होगा."
जोन्स का बयान भारत के विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के बयान के बाद आया है जब कृष्णा ने कहा था कि ये जांच बहुत संवेदनशील मामला है. भारतीय विदेश मंत्री ने भी ये नहीं कहा था कि राष्ट्रीय जांच दल को कब हेडली से पूछताछ करने दी जाएगी. "इस तरह की जांच बहुत संवेदनशील और नाज़ुक होती है. हम हर दिन की पूरी जानकारी नहीं दे सकते. इस बात के बहुत सारे सबूत हैं कि 26 11 के हमलों की साज़िश हेडली ने की थी."
हेडली ने 18 मार्च को अमेरिकी अदालत में मुंबई के आंतकवादी हमलों की साजिश में शामिल होने का जुर्म क़बूल कर लिया. इन हमलों में 166 लोग मारे गए जिनमें 6 अमेरिकी भी शामिल थे. डेविड हेडली ने अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार किया तो उसने मान लिया था कि वह विदेशी जांच एजेंसियों से पूछताछ के लिए तैयार हो जाएगा.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा मोंढे