भारत के खिलाफ इंग्लैंड की हुंकार
९ जनवरी २०११इंग्लैंड की टीम अब भी एशेज के खुमार में डूबी हुई है लेकिन कप्तान स्ट्रॉस कहते हैं कि मिशन अभी बाकी है. कोच एंडी फ्लावर और कप्तान स्ट्रॉस की ख्वाहिश जुलाई में भारत को हराकर चोटी की टेस्ट टीम बनने की है. सिडनी में स्ट्रॉस ने एक इंटरव्यू में कहा, ''यहां आकर एशेज जीतना शानदार उपलब्धि है लेकिन अभी कई टीमों से सामना बाकी है. आने वाले समय में कई बड़ी टीमें हमसे टकरा रही हैं.''
इंग्लिश कप्तान का इशारा टीम इंडिया की ओर है. जुलाई में भारतीय टीम इंग्लैंड का दौरा कर रही है. धोनी ब्रिग्रेड को एशेज विजेताओं के साथ चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी हैं. यह सीरीज जीतने वाली टेस्ट रैंकिंग की बादशाह बन सकती है. वैसे टीम इंडिया से पहले इंग्लैंड को श्रीलंका का सामना करना है. स्ट्रॉस कहते हैं कि असली इम्तिहान तभी होगा. उन्होंने कहा, ''हम इन छह हफ्तों की उपलब्धियों पर हमेशा जश्न नहीं मना सकते. हमें इस टीम में कुछ और ताकत लानी होगी.''
वहीं कप्तान से उलट जिम्बाब्वे के पूर्व बल्लेबाज और फिलहाल इंग्लैंड के कोच एंडी फ्लावर मान रहे हैं कि उनकी टीम भारत पर विजय हासिल कर लेगी. ऑस्ट्रेलिया में उन्होंने कहा, ''यहां टीम और खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन हमारा लक्ष्य नंबर एक टीम बनने का है. ऑस्ट्रेलिया पर जीत एक अलग अनुभव है. अपने मैदान पर भारत और श्रीलंका से भिड़ना एक अलग अनुभव होगा. दोनों ही टीमें मजबूत हैं. खासकर भारतीय टीम तो फिलहाल बेहद ताकतवर खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतरती है.''
वैसे इंग्लैंड के खेमे की तरफ से जुलाई में होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए वाक युद्ध छेड़ दिया गया है. इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर आए दिन कह रहे हैं कि उनकी टीम मौजूदा दौर की सर्वश्रेष्ठ टीम है. पूर्व गेंदबाज डेरेन गॉफ तो यहां तक कह चुके हैं कि इंग्लैंड की टीम भारत को हर दिन हरा सकती है. वहीं तटस्थ ढंग से क्रिकेट का विश्लेषण करने वाले जाने वाले क्रिकेटर कह रहे हैं, इंग्लैंड का असली इम्तिहान तो सहवाग, तेंदुलकर, द्रविड़, गंभीर, लक्ष्मण और धोनी से सजी भारतीय टीम ही लेगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए जमाल