भारतीय रुपये का नया सिंबल
२४ जून २०१०समाचार एजेंसी एएफपी ने भारतीय अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से खबर दी है कि वित्त मंत्रालय चाहता था कि रुपये के लिए जो भी चिह्न यानी सिंबल हो, वह भारत की संस्कृति और इतिहास को दर्शाए. इसके लिए भारत के नागरिकों से उनके सुझाव मांगे गए.
अब सरकार ने इनमें से पांच डिजाइन चुन लिए हैं. मंत्री इनमें से विजेता को चुनेंगे और तमाम दुनिया में रुपए का यह प्रतीक बनेगा. रिपोर्ट के मुताबिक इन पांच डिजाइनों को इसलिए चुना गया है क्योंकि यह देखने में सरल हैं और लिखने में भी आसान हैं.
अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं में अमेरिकी डॉलर के लिए $, पाउंड के लिए £ और यूरो के लिए € सिंबल का इस्तेमाल होता है. इस वक्त हिंदी में रुपयों को रु, अंग्रेजी में Re या फिर INR लिखा जाता है. यूरो, डॉलर या पाउंड की तरह इसके लिए कोई खास चिह्न नहीं है. भारत में आर्थिक विकास और अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजारों में भारतीय कंपनियों की बढ़ती हिस्सेदारी की वजह से भारतीय मुद्रा को एक अंतरराष्ट्रीय पहचान देना जरूरी हो गया है. और जाहिर है कि एक आम नागरिक की सोच से बनी डिजाइन आसान होगी और लोगों का काम आसान बनाएगी.
रिपोर्टः एएफपी/ एम गोपालकृष्णन
संपादनः ए जमाल