भयंकर बाढ़ और भूस्खलन से जूझता श्रीलंका
श्रीलंका इन दिनों भीषण बाढ़ और भूस्खलन का सामना कर रहा है. इस प्राकृतिक आपदा के चलते तकरीबन 5 लाख लोग विस्थापित हो गये हैं. प्रशासन ने आने वाले दिनों में भारी बारिश की चेतावनी दी है.
मरने वालों की संख्या
पिछले चार दिनों से देश के उत्तरी और दक्षिणी इलाके में कहर ढा रही बाढ़ से अब तक करीब 150 लोगों की जान गयी है. वहीं 100 से अधिक लोग लापता हैं और लगभग 100 लोग फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं.
बीते एक दशक की भयंकर बाढ़
साल 2003 में आयी बाढ़ में करीब 250 लोग मारे गये थे और तकरीबन 10 हजार लोग विस्थापित हुये थे. पिछले साल आयी बाढ़ में करीब 100 लोगों की जान गयी थी. श्रीलंका में सबसे अधिक बारिश मई से सितंबर के बीच होती है.
बचाव कार्य में तेजी
सरकार के मुताबिक बारिश के चलते रुका राहत कार्य दोबारा शुरू किया जा चुका है. सेना ने राहत पहुंचाने के लिये हेलीकॉप्टर समेत नाव और अन्य वाहनों को तैनात किया है. इस बीच श्रीलंकाई सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सहायता की भी मांग की है.
प्रशासन और आम लोग साथ
तकरीबन 2,000 सुरक्षा अधिकारी राहत कार्य में जुटे हुये हैं. इसके अतिरिक्त उन्हें 10 हजार वॉलंटियर्स की मदद भी मिल रही है. ये सूखा राशन, भोजन और परिवहन को प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचाने में अधिकारियों की मदद कर रहे हैं.
प्रॉपर्टी को नुकसान
अब तक तकरीबन 2,000 घरों को नुकसान पहुंचा है. तकरीबन 5 लाख लोग विस्थापित हुये हैं और मजबूरन सरकारी बिल्डिंगों, राहत शिविरों या रिश्तेदारों के घर रह रहे हैं. एक चैरिटी संस्था मुताबिक विस्थापितों में से दसवां हिस्सा 5 साल के कम उम्र के बच्चों का है.
खतरा अभी टला नहीं
देश के दक्षिणी इलाके में मगरमच्छों के हमले का डर भी बना हुआ है. इसके अलावा पानी का अधिक भराव डेंगू के मच्छरों के लिये भी अनुकूल साबित हो सकता है. हालांकि मेडिकल दलों को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया जा रहा है.
भारी बारिश की चेतावनी
भारी बारिश की चेतावनी श्रीलंका के आपदा प्रबंधन केंद्र ने देश के 25 जिलों में से सात में मौसम संबंधी चेतावनी जारी की है. केंद्र ने अगले दो दिनों तक भारी बारिश और भूस्खलन की आशंका जतायी है.