ब्राजील में चुनाव लड़ते ओबामा
२० अगस्त २०१४ब्राजील में पांच अक्टूबर को जब संसदीय चुनाव होंगे तो मतदाताओं के सामने मतदान पत्र पर बराक ओबामा का भी नाम होगा. 45 साल के इस उम्मीदवार का असली नाम क्लाउडियो हेनरिक दो आन्हो है. लेकिन चुनाव से ठीक पहले सत्ताधारी वर्कस पार्टी के नेता दो आन्हो ने अपना उपनाम बराक ओबामा रख दिया. टेलीविजन पर उनके विज्ञापन चलने लगे, जिनमें नारा दिया गया, "ओबामा को वोट दें." अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का चुनावी नारा "यस वी कैन" भी ब्राजील के ओबामा ने अपना बना लिया.
ओबामा नाम से विपक्षी पार्टियों के होश उड़ने लाजिमी थे. उन्होंने अदालत में ओबामा उपनाम रखने के खिलाफ याचिका भी दायर की लेकिन कोर्ट ने दो आन्हो के पक्ष में फैसला सुनाया. अदालत ने कहा बराक ओबामा नाम चुनने से कोई नुकसान नहीं है. अब दो आन्हो की वेबसाइट पर उनका मुस्कुराता चेहरा है. पूरा नाम लिखा गया है, क्लाउडियो हेनरिक बराक ओबामा.
ब्राजील में उम्मीदवार अपना चुनावी नाम चुन सकते हैं. अक्सर चुना गया उपनाम असली नाम से ज्यादा असर करता है. एक और नेता एडीसन आरटेंस दो नासिमेंटो को तो बहुत ही कम लोग असली नाम से जानते हैं. उन्होंने महान फुटबॉल खिलाड़ी पेले के नाम को अपना निकनेम बनाया और अब लोग उन्हें नकली पेले कहते हैं. पूर्व राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा ने अपने नाम से लूला निकाला और उसे बैलेट नाम बनाया.
संसदीय चुनावों में खड़े होने वाले कुछ और नेताओं ने भी ऐसे ही दिलचस्प नाम चुने हैं. एक का नाम है ओ नोजेंतो (घिनौना). एक उम्मीदवार ने पिजामा नाम चुना है.
दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप के सबसे बड़े देश ब्राजील में पांच अक्टूबर को संसदीय चुनाव और राष्ट्रपति चुनावों के लिए वोट डाले जाएंगे. इसी दौरान ब्राजीलियाई वोटर राज्य के गवर्नर भी चुनेंगे.
ओएसजे/एएम (एएफपी)