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बैंगलोर हारा, मुंबई इंडियंस फाइनल में

२१ अप्रैल २०१०

आईपीएल के पहले सेमीफाइनल मुक़ाबले में बैंगलोर को 35 रन से हराकर मुंबई फ़ाइनल में पहुंची. मैच के हीरो रहे पोलार्ड ने ताबड़तोड़ 33 रन बनाए और फिर बैंगलोर के तीन अहम विकेट झटके. हरभजन और मलिंगा को दो-दो विकेट मिले.

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तस्वीर: AP

दर्शकों से खचाखच भरे नवीं मुंबई के स्टेडियम में मेज़बान टीम ने टॉस जीता. कप्तान सचिन तेंदुलकर और शिखर धवन की जोड़ी बल्लेबाज़ी के लिए उतरी. फ़ॉर्म में चल रहे तेंदुलकर बैंगलोर के लिए सबसे बड़ा ख़तरा थे लेकिन दूसरे ओवर में स्टेन ने सचिन का विकेट झटक लिया. इससे बैंगलोर को ख़ासी राहत मिली, सचिन नौ रन पर आउट हुए. इसके बाद चौथे ओवर में कैलिस के शानदार थ्रो ने 12 रन पर खेल रहे शिखर धवन की गिल्लियां उड़ा दी.

चार ओवर में दो विकेट खो चुकी मुंबई की टीम दबाव में दिखाई पड़ने लगी. लेकिन युवा बल्लेबाज़ अभिषेक नायर और अंबाति रायुडू की जोड़ी ने टीम को संकट से निकाला. दोनों के बीच 39 रन की साझेदारी हुई. नायर 22 रन बनाकर आउट हुए और फौरन बाद ड्यूमिनी भी चलते बने. 10वें ओवर तक मुंबई के चार विकेट गिर चुके थे और स्कोर था 77 रन.

एक वक्त लगने लगा था कि मैच बैंगलोर की झोली में आ गया है लेकिन तभी क्रीज़ पर एक और युवा बल्लेबाज़ सौरभ तिवारी आए. तिवारी ने आते ही बैंगलोर के गेंदबाज़ों को बेदम करना शुरू कर दिया. रायुडू और तिवारी दोनों के बीच ताबड़तोड़ 67 रन की साझेदारी हुई. रायुडू ने 40 रन बनाए. 18वें ओवर में रायुडू के आउट होते तक स्कोर बोर्ड पर 144 रन छप चुके थे.

Sachin Tendulkar
बढ़िया खेली टीमतस्वीर: UNI

मैच की आख़िरी 14 गेंदों में आईपीएल के महंगे खिलाड़ी और वेस्ट इंडीज़ के स्टार ऑलराउंडर केविन पोलार्ड ने अपना जलवा बिखेरा. उन्होंने तीन लंबे छक्के जड़े और 13 गेंदों पर 33 रन ठोंक दिए. 31 गेंदों पर 52 रन बनाने वाले सौरभ तिवारी पोलार्ड के साथ नाबाद वापस लौटे, टीम को 184 के अच्छे स्कोर तक पहुंचा कर.

बैंगलोर को पता चल चुका था कि लक्ष्य मुश्किल है और टीम दबाव में भी दिखाई पड़ी. बल्लेबाज़ी में टीम के हीरो रहे जैक कैलिस को मलिंगा ने 11 रन बनाते ही वापस भेज दिया. इसके बाद 19 रन पर खेल रहे कैविन पीटरसन हरभजन की फिरकी में उलझ गए. दो विकेट गिरने के बाद रॉबिन उथप्पा ने पारी को तेज़ी दी. लेकिन 13 गेंदों पर 26 रन बनाते हुए उथप्पा भी चलते बने. तब टीम का स्कोर था 10 ओवर में 83 रन. बैंगलोर के जीतने की संभावनाएं बनी हुई थी.

क्रीज़ पर राहुल द्रविड़ के साथ रॉस टेलर थे, लेकिन तभी एक छोर थामकर खेल रहे द्रविड़ (23) रन आउट हो गए. द्रविड़ के आउट होते ही पतझड़ लग गया. पोलार्ड ने तुरंत विराट कोहली और मनीष पांडे को चलता किया और रही सही कसर दिलहारा फर्नांडो, मलिंगा और भज्जी ने पूरी कर दी. टेलर 31 और आख़िरी विकेट के रूप में कप्तान कुंबले एक रन बनाकर नाबाद लेकिन मायूसी के साथ लौटे.

बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी में शानदार हाथ दिखाने वाले केविन पोलार्ड को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया. मुंबई को अब अपने ही मैदान पर 25 अप्रैल को आईपीएल का फाइनल खेलना है, अब देखना है कि उसका सामना डेक्कन से होता है या चेन्नई से.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य