बाढ़ के बाद की सफाई
बाल्कन इलाके में बाढ़ के बाद लोगों के सामने साफ सफाई की चिंता है. पूरा जीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
गीली गीली जिंदगी
बाल्कन इलाके में बाढ़ के बाद लोगों के सामने साफ सफाई की चिंता है. पूरा जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बोस्निया हैर्त्सेगोविना के 40 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए. उन्हें साफ पानी भी मयस्सर नहीं. अब बाढ़ के बाद गीले कपड़ों और गीले घरों को सुखाने की चिंता है.
बारिश से बिखरी बारूदी सुरंग
लगातार बारिश की वजह से भूस्खलन हुआ और स्थिति और भी खराब हो गई. अधिकारियों का कहना है कि यहां 2000 भूस्खलन हुए, जिनमें कुछ युद्ध के दौरान बिछाई गई बारूदी सुरंगों पर हुए.
हर तरफ तबाही
कोई पांच लाख लोगों को उनके घर से निकाला गया. अनुमान है कि बाढ़ की वजह से एक लाख घर तबाह हो गए हैं और उनमें अब कोई नहीं रह सकता. अभी पता नहीं कि इससे कैसे निपटा जाएगा.
सड़कें भी तबाह
बारिश और बाढ़ से सड़कों का भी बुरा हाल हुआ. देश के विदेश मंत्री का कहना है कि प्रकृति की यह आफत युद्ध की विभीषिका से कम खतरनाक नहीं है.
सेहत का ख्याल
इमरजेंसी सेवाओं का कहना है कि कुछ जगहों पर पानी जमने से स्वास्थ्य को खतरा पैदा हो सकता है. बैक्टीरिया से दूसरी बीमारियों के फैलने का भी खतरा बढ़ रहा है.
शोक और नुकसान
बोस्निया ने बाढ़ में 24 लोगों के मारे जाने के बाद एक दिन के शोक का एलान किया. विदेश मंत्रालय ने इस तबाही की तुलना युद्ध से की और कहा कि लोगों ने सब कुछ खो दिया.
राहत काम में तेजी
अंतरराष्ट्रीय राहत में तेजी आई. अमेरिका के अलावा रूस और यूरोपीय संघ ने भी मदद भेजी है.