बॉलीवुड का अंधविश्वास
१९ जून २०१४साजिद अपनी फिल्मों की कामयाबी के लिये एच अक्षर को लकी मानते रहे और उनकी आने वाली फिल्म हमशकल्स भी एच अक्षर से ही है. साजिद खान इससे पहले हे बेबी, हाउसफुल, और हिम्मतवाला बना चुके हैं. इनमें हिम्मतवाला को छोड़कर सभी फिल्में सुपरहिट साबित हुई है. अक्षर के मोह मे फंसने वाले निर्माता-निर्देशकों में साजिद खान के अलावा सुभाष घई, राज कुमार संतोषी, सावन कुमार, जे ओम प्रकाश, राकेश रोशन, करण जौहर और एकता कपूर शामिल हैं.
सुभाष घई अपनी फिल्मों में म अक्षर वाली अभिनेत्रियों को रखते आए हैं. इतना ही नहीं उनके बैनर का नाम भी म से ही मुक्ता आर्ट्स है. इसके अलावे म अक्षर वाली अभिनेत्रियां भी अपने शुरूआती दौर मे सुभाष घई के बैनर मुक्ता आर्टस मे काम कर ही सफल रही हैं. लेकिन हाल ही में मिष्ठी ने कांची से अपने करियर का आगाज किया था लेकिन यह फिल्म सफल नहीं रही.
राजकुमार संतोषी भी सुभाष घई की तरह ही म अक्षर वाली अभिनेत्रियों को अपनी फिल्म के लिए शुभ मानते हैं तो प्रसिद्ध निर्माता-निर्देशक जे ओम प्रकाश का अ अक्षर का प्रेम किसी से छुपा नहीं है. उन्होंने सबसे पहले 1961 मे आस का पंक्षी बनायी थी जिसके हिट होने के बाद उन्हें अ अक्षर से लगाव हो गया और उसके बाद लगभग सभी फिल्में अ अक्षर वाली रही.
राकेश रोशन के अक्षर को अपनी फिल्मों के लिए लकी मानते रहे हैं तो जीतेंद्र की बेटी एकता कपूर के लिए क अक्षर लकी रहा है. उनके द्वारा बनाये गए टीवी सीरियल क अक्षर से ही शुरू होते हैं. बॉलीवुड के जानेमाने फिल्मकार करण जौहर भी क अक्षर से लगाव रखते आए हैं तो सावन कुमार को स अक्षर से लगाव है. इसी तरह डेविड धवन और गोविंदा नंबर 1 को अपनी फिल्मों के लिए शुभ मानते रहे हैं.
एमजे/ओएसजे (वार्ता)