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बदतमीजी पर हजारों का दंड

१४ मई २०१४

फुटबॉल मैच के दौरान आपत्तिजनक पोस्टर से विपक्षी टीम को चिढ़ाना चार युवकों को भारी पड़ा है. चारों के परिवार वालों को दो-दो हजार यूरो चुकाने होंगे और युवकों को म्यूनिख में सजा के तौर पर समाज सेवा करनी होगी.

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इस मैच के दौरान हुई यह घटनातस्वीर: Getty Images

चैंपियंस लीग के मैच के लिए 11 मार्च को लंदन की टीम आर्सेनल जब म्यूनिख के मैदान पर उतरी तो चार युवकों के हाथ में एक पोस्टर था. पोस्टर में "गे गनर्स" लिखा था. पोस्टर के जरिए आर्सेनल की टीम को गे (समलैंगिक) के रूप में दर्शाया गया और उसके पीछे लाल रंग की एक तोप बनाई गई. चारों युवक बायर्न म्यूनिख को लाल रंग की ऐसी तोप के तौर पर दर्शा रहे थे जो नीले समलैंगिक यानी आर्सेनल को उड़ा देगी.

मामले की शिकायत यूरोपीय फुटबॉल के प्रशासनिक संघ यूएफा तक पहुंची. यूएफा ने फैन्स के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार के लिए बायर्न म्यूनिख पर 10,000 यूरो का जुर्माना किया. सजा के तौर पर बायर्न को मैनचेस्टर यूनाइटेड के खिलाफ अपने स्टेडियम का एक हिस्सा बंद करना पड़ा. इससे टिकटों की बिक्री पर असर पड़ा और डेढ़ लाख यूरो का नुकसान हुआ.

अब बायर्न के अधिकारी शर्मिंदा करने वाले फैन्स के घर तक पहुंच गए हैं. चारों के माता पिता से 2,000-2,000 यूरो चुकाने को कहा गया है. बायर्न के प्रवक्ता ने एक जर्मन अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा, "युवकों को इन गर्मियों में जुर्माने के साथ ही 10 घंटे की समाज सेवा भी करनी होगी."

एक युवक के पिता ने सजा की पुष्टि की है. बायर्न म्यूनिख के प्रवक्ता के मुताबिक सजा से दूसरे शरारती फैन्स को भी चेतावनी भरा संदेश जाएगा. फुटबॉल के खेल में फैन्स क्लबों की जान होते हैं. वो महंगा टिकट खरीदने के साथ ही टीम का उत्साह भी बढ़ाते हैं. लेकिन कई बार उनकी हरकतों से विवाद भी खड़ा हो जाता है. हाल के समय में फीफा और यूएफा ने फैन्स की आपत्तिजनक हरकतों के प्रति क्लबों को जवाबदेह बनाकर ऐसी घटनाओं को रोकने की कोशिश की है.

ओेएसजे/एमजे (एएफपी)