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बंधक सैनिक की रिहाई के लिए इस्रायल में प्रदर्शन

२७ जून २०१०

हमास द्वारा अपहृत सैनिक गिलाद शालित की याद में इस्रायल में एक प्रदर्शन हुआ. शालित चार साल से हमास की गिरफ़्त में है. प्रदर्शन में शामिल शालित के पिता ने कहा, जब तक बेटा नहीं लौटेगा, तब तक वह भी घर नहीं जाएंगे

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बंधक सैनिक गिलाद शालिततस्वीर: AP

प्रदर्शनकारियों का लक्ष्य था येरुशलम में प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतान्याहू का आवास. वे प्रधानमंत्री से मांग कर रहे थे कि बंधियों की अदलाबदली के ज़रिए गिलाद शालित को रिहा करा जाए. लगभग दो हज़ार लोग इस प्रदर्शन में शामिल थे, जो लेबनानी सीमा के निकट शालित के गृहनगर मित्ज़पे हिला में शुरु हुआ था.

चार साल पहले उस समय 19 वर्ष के शालित को हमास के चरमपंथियों ने क़ैद कर लिया था. 25 जून, 2006 को दोनों पक्षों के बीच संघर्ष के बाद वह हमास के हाथों आ गया था. तब से उनके परिवार व अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति सहित किसी को भी उनके साथ संपर्क का मौक़ा नहीं मिला है. इसे अमानवीय बताते हुए मानवाधिकार संस्था ह्युमैन राइट्स वाच ने इसकी कड़ी आलोचना की है. हमास का कहना है कि मिलने का मौक़ा देने पर इस्रायल को पता लग जाएगा कि शालित को कहां रखा गया है.

सन 2007 से गज़ा पर नियंत्रण करने वाले हमास की मांग है कि शालित के बदले सैकड़ों फ़लस्तीनियों को रिहा किया जाए. इनमें से कुछ एक पर इस्रायल में घातक हमलों का आरोप है.

जर्मन मध्यस्थता के तहत क़ैदियों की अदलाबदली के लिए दोनों पक्षों के बीच बात चल रही थी, जो पिछले दिसंबर में भंग हो गई. शालित के परिवार की मांग है कि बातचीत फिर से शुरु की जाए. मित्ज़पे हिला में प्रदर्शन को संबोधित करते हुए गिलाद के पिता नोआम शालित ने कहा कि जब तक उनके बेटे की रिहाई नहीं होती है, वे घर वापस नहीं लौटेंगे.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ

संपादन: ओ सिंह