बंगलुरू धमाके से देश में चिंता की लहर
२९ दिसम्बर २०१४बंगलुरू में रविवार को हुए बम धमाके में एक महिला की मौत हो गई और तीन घायल हुए. धमाके के पीछे सिमी और अन्य आतंकी संगठनों पर शक किया जा रहा है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक उच्चस्तरीय मीटिंग के बाद कहा कि हमले के लिए जांच से पहले किसी को जिम्मेदार ठहराना जल्दबाजी होगी. उन्होंने कहा कि बंगलुरू ब्लास्ट मामले में जरूरत पड़ने पर जांच एनआईए को सौंपी जाएगी.
धमाके में जिस महिला की मौत हो गई उनका नाम भवानी था. मुख्यमंत्री ने मरने वाले के परिवार को पांच लाख रुपये मुआवजा और घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की है. पुलिस ने धमाके से संबंधित जानकारी देने वाले को 10 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है.
देश भर से हमले की निंदा वाले ट्वीट किए जा रहे हैं जिनमें प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं. पिछले दिनों आईएस का ट्विटर हैंडल चलाने वाले कथित समर्थक मेंहदी मसरूर बिसवास की गिरफ्तारी के बाद शहर में अलर्ट जारी किया गया था.
पुलिस के मुताबिक यह किसी पेशेवर का काम है. धमाके को अंजाम देने के लिए जिस तरह टाइमर और अमोनियम नाइट्रेट वाली आइईडी का इस्तेमाल हुआ वह किसी नौसिखिये का काम नहीं हो सकता. बंगलुरू धमाके को इससे पहले चेन्नई और पुणे में हुए धमाकों से मिलता जुलता बताया जा रहा है. गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे आतंकी हमला बताया है.
पुलिस कमिश्नर एमएन रेड्डी के मुताबिक, "यह धमाका लोगों में घबराहट और दहशत फैलाने के लिए किया गया था." अभी तक धमाके की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है. धमाके की गूंज बंगलुरू ही नहीं देश भर में है. लोगों में डर है कि अक्सर इस तरह के धमाके अलेके नहीं क्रमबद्ध तरीके से होते हैं.