फेसबुक पर इबोला के लिए डोनेशन बटन
९ नवम्बर २०१४इसके अलावा सोशल मीडिया कंपनी अपने 100 सैटेलाइट कम्युनिकेशन टर्मिनल इबोला प्रभावित पश्चिमी अफ्रीकी इलाकों में इंटरनेट और संचार सेवा बेहतर बनाने के लिए दान कर रही है. इबोला के कारण इन इलाकों में पांच हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. पिछले महीने ही फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग और उनकी पत्नी प्रीसिला चैन ने इबोला पीडितों के लिए सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन को 25 मिलियन डॉलर का योगदान दिया था.
फेसबुक का कहना है कि आने वाले कुछ हफ्तों में यूजरों को ऐसा बटन दिखाई देगा जिसमें गैर लाभकारी संगठनों के नाम होंगे और यूजर अपनी पसंद के संगठन को दान कर सकेंगे. ये संगठन हैं इंटरनेशल मेडिकल कॉर्प्स, द इंटरनेशनल फेडेरेशन ऑफ रेड क्रॉस, रेड क्रीसेंट सोसायटी और सेव द चिल्ड्रेन. फेसबुक का कहना है कि उसने ऐसी संस्थाओं को चुना है जो अफ्रीका में काम कर रही हैं और विश्व स्तर पर पैसे को स्वीकार करने में सक्षम हैं.
फेसबुक का कहना है कि टर्मिनल इंटरनेट और वॉयस कॉलिंग की सुविधा गिनी, लाइबेरिया और सिएरा लियोन के ग्रामीण इलाकों में मदद पहुंचाने में करेंगे, जिससे चिकित्सा सहायता कार्यकर्ताओं को मदद मिल सकेगी.
इनकी मदद से इबोला पीड़ित मरीज अपने परिवार से संपर्क कर सकेंगे और ऐसे कार्यकर्ता जो इबोला प्रभावित इलाकों में काम करने के लिए विदेशों से आए हैं अपने दोस्तों और परिवार से संपर्क स्थापित कर पाएंगे. फेसबुक को उम्मीद है कि उसके डोनेशन बटन से इबोला पर दिए जा रहे है पैसों में बढ़ोतरी होगी. इबोला के लिए दान का पैसा उतना इकट्ठा नहीं हो पा रहा है.
अभी तक अमेरिकन रेड क्रॉस ने इबोला राहत के लिए सैंतीस लाख डॉलर ही इकट्ठा पर पाया है. जबकि हैती में आए भूकंप के बाद उसने अड़तालीस करोड़ छियालीस लाख डॉलर इकट्ठा किया था और हैयान तूफान के बाद पौने नौ करोड़ डॉलर इकट्ठा किए थे.
एए/एएम (एपी)