"फेसबुक का डुप्लिकेट सर्वर"
१४ मार्च २०१४फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने अपने फेसबुक पेज पर गुस्से का इजहार उस रिपोर्ट के बाद किया है जिसमें कहा गया है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी एनएसए ने फेसबुक के सर्वर की नकल तैयार कर ली ताकि लक्षित कंप्यूटर को वायरस के जरिए संक्रमित किया जा सके. अमेरिकी खुफिया एजेंसी की कारगुजारियों को दुनिया के सामने लाने वाले पूर्व सीआईए एजेंट एडवर्ड स्नोडेन के खुलासे के बाद से एनएसए की आलोचना हो रही है. जुकरबर्ग ने फेसबुक पर लिखा, "अमेरिकी सरकार के व्यवहार पर रिपोर्टों से मैं हैरान और निराश हूं."
उन्होंने लिखा, "हमारे इंजीनियर जब कड़ी मेहनत करते हैं तो हमें लगता है कि हम आपकी अपराधियों से सुरक्षा कर रहे हैं, न की अपनी ही सरकार से. मैंने राष्ट्रपति ओबामा को फोन करके हमारे भविष्य को लेकर पैदा हो रही क्षति पर अपनी निराशा जाहिर की है." जुकरबर्ग का कहना है कि दुर्भाग्य से ऐसा लगता है कि पूरी तरह सुधार में काफी समय लगेगा.
जुकरबर्ग के विरोध के पहले माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक बिल गेट्स स्नोडेन मामले पर बारीकी के साथ अपना नजरिए दे चुके हैं. जिसमें उन्होंने माना है कि इंटरनेट पर कुछ सरकारी निगरानी क्षमता होनी चाहिए. गेट्स ने रोलिंग स्टोन पत्रिका से बातचीत में स्नोडेन की निंदा करते हुए कहा, "मुझे लगता है कि उन्होंने कानून तोड़ा है. निश्चित रूप से मैं उन्हें एक हीरो का दर्जा नहीं दूंगा. आपको मुझसे उनकी प्रशंसा नहीं मिलेगी."
गेट्स का कहना है कि स्नोडेन की कार्रवाई आवश्यक सुरक्षा क्षमताओं को संकट में डालने वाली है. गेट्स के मुताबिक अगर स्नोडेन देश में रह कर ही इस मुद्दे पर कोई अभियान चलाते या फिर दस्तावेज जारी करते समय सावधानी बरतते तो मेरी तरफ से अधिक समर्थन प्राप्त करते.
एए/एजेए (डीपीए)