फिक्सिंग में और फंसा बोर्ड
३० जुलाई २०१३अब इस मामले की दोबारा जांच होगी. बॉम्बे हाई कोर्ट ने इससे पहले भारतीय क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई के पैनल को "गैरकानूनी और असंवैधानिक" करार दिया, जिसने दो टीमों और आरोपी अधिकारियों को बेदाग साबित कर दिया था. इन आरोपियों में बीसीसीआई के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मायप्पन और राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा के नाम भी शामिल हैं.
इसके खिलाफ बिहार क्रिकेट संघ ने बॉम्बे हाई कोर्ट में अपील की थी, जिसके बाद अदालत ने कहा, "जांच पैनल ने जो सबूत जमा किए हैं, उनमें विसंगतियां हैं." आरोप है कि इस साल के ट्वेन्टी 20 क्रिकेट टूर्नामेंट आईपीएल के दौरान मायप्पन और कुंद्रा ने सट्टेबाजों के साथ मिल कर फिक्सिंग की.
याचिकाकर्ता के वकील अमित नायक ने बताया, "हमें कामयाबी मिली है और अदालत ने हमारी बात मान ली है. अब देखना है कि बीसीसीआई आगे क्या रुख अपनाती है." याचिका में अदालत से दरख्वास्त की गई कि वह बीसीसीआई से फैसला वापस लेने को कहे.
पैनल की रिपोर्ट पर शुक्रवार को आईपीएल की काउंसिल में चर्चा होनी थी और उसके बाद उन्हें औपचारिक तौर पर बेदाग घोषित किया जाना था. लेकिन इससे पहले ही कोर्ट ने इसके खिलाफ फैसला सुना दिया. बीसीसीआई ने जो पैनल बनाया था, उसमें तीन सदस्य थे लेकिन संजय जगदाले ने बीच में ही इस्तीफा दे दिया, जिससे सदस्यों की संख्या दो रह गई.
राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चौहान की गिरफ्तारी के साथ स्पॉट फिक्सिंग की बात सामने आई. दिल्ली पुलिस इस मामले में केस चला रही है. इन पर आरोप है कि उन्होंने सट्टेबाजों से पैसे लेकर एक खास ओवर में खास रन दिए.
इन तीनों खिलाड़ियों पर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और भरोसा तोड़ने का आरोप है. इस मामले में दो और खिलाड़ियों से पूछताछ की गई. श्रीसंत और चौहान को जमानत मिल गई है, जबकि चंदीला मामला चलने का इंतजार कर रहे हैं और जेल में हैं.
बीसीसीआई अध्यक्ष श्रीनिवासन के दामाद मायप्पन पर सट्टेबाजों से साठ गांठ का आरोप है और वे दो हफ्ते जेल में बिता चुके हैं. कुंद्रा ने सिर्फ सट्टा लगाने की बात कही और उन्हें कभी गिरफ्तार नहीं किया गया.
मामला सामने आने के बाद इंडिया सीमेंट और आईपीएल की टीम चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक श्रीनिवासन को पद छोड़ना पड़ा. इसके बाद पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया कामचलाऊ अध्यक्ष पद संभाल रहे हैं.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इसका खासा दबदबा है. हालांकि आईपीएल में फिक्सिंग की खबर आने के बाद इसकी खासी बदनामी हुई है.
एजेए/ओएसजे (पीटीआई, एएफपी)