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फ़ेसबुक पर भी बांकेलाल

१४ जुलाई २०१०

कालिदास ने यक्षिणी को तन्वी, श्यामा, शिखरदशना कहा था, लेकिन भारत में अब भी गोरे रंग को सुंदरता का पैमाना समझा जाता है. अब फ़ेसबुक में भी चेहरे को निखारने के लिए क्रीम-पावडर आ गया है.

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अब डिजीटल कॉसमेटिक्स का ग्लैमर बॉयतस्वीर: UNI

इस सिलसिले में प्रसाधन सामग्रियों की कंपनी वेसलीन सामने आई है. उसकी ओर से फ़ेसबुक के लिए एक माध्यम पेश किया जा रहा है, जिसके ज़रिये डिजीटल प्रोफ़ाइल का रंग गोरा किया जा सकता है. पुरुषों के लिए बनाए गए इस डिजीटल क्रीम को आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है. वेसलीन के अनुसार यह एक विशाल बाज़ार है, जो तेज़ी से बढ़ता जा रहा है.

बॉलीवुड ऐक्टर शाहिद कपूर इसका ऐड कैंपेन चला रहे हैं, जिसका नारा है वेसलीन मेन के साथ फ़ेसबुक पर अपना चेहरा बदल दो. इस ऐड में शाहिद के चेहरे को दो हिस्सों में दिखाया गया है. दांई ओर सांवला यानी कम सुंदर, और बांई ओर उजला यानी और सुंदर.

इस ऐड कैंपेन को चलाने वाली ग्लोबल कंपनी ओमनिकॉम के पंकज परिहार ने कहा कि जून के दूसरे हफ़्ते से यह कैंपेन चल रहा है, और उन्हें ज़बरदस्त रेस्पॉन्स मिल रहा है.

पिछले कुछ सालों से भारत के पुरुष गोरा होने की कोशिश कर रहे हैं. सन 2005 में इमामी की ओर से फ़ेयर ऐंड हैंडसम नाम से पहली बार पुरुषों के लिए गोरा होने की क्रीम पेश की गई. इस सिलसिले में पुरुष बेशक महिलाओं से पिछड़े हुए हैं, जिनके लिए 27 साल पहले ही ऐसी क्रीम बन चुकी थी. वैसे सभ्य बनने के इस कंपिटीशन में पुरुष तेज़ी से अपना पिछड़ापन दूर कर रहे हैं. इस बीच लगभग आधा दर्जन फ़ॉरेन कंपनियां उनके लिए क्रीम बना रही हैं, जिनमें गार्निएर, लोरियाल और नीविया जैसे प्रसिद्ध ब्रांड शामिल हैं.

लेकिन फ़ेसबुक में चेहरा गोरा करने का तरीका अब तक सामने नहीं आया था. इसलिए इसे गोरेपन की कोशिश के इतिहास में एक मील के पत्थर के रूप में देखा जा रहा है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उज्ज्वल भट्टाचार्य

संपादन: एन रंजन