मारे गए राजदूत
१ जनवरी २०१४प्राग में पुलिस की एक प्रवक्ता ने बताया कि अल जमाल अपने घर में थे, जिस वक्त यह धमाका हुआ. प्रवक्ता आंद्रेया जूलोवा ने कहा, "हमें खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि यह सूचना सही है." पुलिस ने आतंकवादी हमले की संभावना से इंकार किया है.
इस बीच फलीस्तीनी प्रशासन के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि जैसे ही घर पर अल जमाल ने अपनी अलमारी खोली, विस्फोट हो गया. उन्हें फौरन सेना के अस्पताल में ले जाया गया. पुलिस के मुताबिक उनका परिवार भी धमाके के वक्त घर पर ही था.
फलीस्तीन के वाफा समाचार एजेंसी ने बताया कि उनके यहां से एक प्रतिनिधिमंडल प्राग जा रहा है, जो इस मामले की जांच में मदद करेगा. शहर के सुखडोल इलाके में धमाके के बाद सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया और इलाके में खोजी कुत्ते भी लगा दिए गए. आसमान से हेलिकॉप्टर के जरिए निगरानी की जाने लगी.
अल जमाल ने अक्टूबर में ही चेक गणराज्य में अपना पद संभाला था और सिर्फ कुछ दिन पहले ही इस अपार्टमेंट में आए थे. समाचार एजेंसी नोविंकी डॉट सीजेड ने पुलिस जांच के हवाले से रिपोर्ट दी है कि खतरनाक विस्फोटक को लापरवाही से संभालने की वजह से यह हादसा हुआ हो सकता है, "आपात सेवा ने 56 साल के व्यक्ति का इलाज किया, जिन्हें गंभीर चोटों के बाद प्राग के सैनिक अस्पताल लाया गया था." रिपोर्टों के मुताबिक 52 साल की एक और महिला को इलाज के लिए दूसरे अस्पताल में दाखिल किया गया.
एजेए/एमजे (डीपीए, एएफपी)