मौलवी के खिलाफ निकला गिरफ्तारी का वारंट
३० मई २०१७पुलिस का कहना है कि मुहम्मद रिजिएक शिहाब पर अश्लील सामग्री तैयार करने का आरोप है, कथित तौर पर एक महिला के साथ ऑनलाइन चैटिंग में उसके अश्लील संदेश और तस्वीरें साझा करने के सबूत लीक हुए हैं. जकार्ता पुलिस के प्रवक्ता प्रबोवो आर्गो ने कहा, "हम पता लगा रहे हैं कि वो कहां है."
जिस महिला के साथ उसने कथित तौर पर यह सामग्री शेयर की, उसका भी नाम उजागर किया गया है. फिर्जा हुसैन पर भी अश्लील सामग्री का उत्पादन करने के आरोप लगे हैं. दोषी सिद्ध होने पर इन दोनों आरोपियों को पांच पांच साल की जेल हो सकती है.
इंडोनेशिया में अपनी मर्जी से भी दो वयस्कों के बीच शेयर की गयी नग्नता वाली सामग्री अगर सार्वजनिक हो जाए, तो देश के कड़े पोर्नोग्राफिक कानूनों के अंतर्गत वे सजा के पात्र होते हैं. भले ही इस सामग्री को उन्होंने ना लीक किया हो.
माना जा रहा है कि मौलवी शिहाब अभी सऊदी अरब में है. उनके वकील ने बताया है कि वे हज जैसी एक छोटी यात्रा पर हैं, जिसे उमरा कहा जाता है. वहां से मौलवी ने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है और दावा किया कि उसे उसके राजनीतिक कार्यकलापों के कारण फंसाया जा रहा है.
शिहाब देश के कट्टरपंथी इस्लामिक डिफेंडर्स फ्रंट के नेता हैं. वे पिछले साल जकार्ता के पूर्व गवर्नर बाकुकी पुरनामा को कुरान का अपमान करने के आरोप में सजा दिलाने के लिए सड़कों पर रैलियों का नेतृत्व कर रहे थे. 9 मई को एक अदालत ने पुरनामा को ईशनिंदा के मामले में दोषी मानते हुए दो साल की जेल की सजा सुनायी है. इसके साथ ही उन्हें पद से हटा दिया गया और उन्होंने जेल के भीतर से ही पिछले हफ्ते अपना इस्तीफा सौंपा.
इसी साल जनवरी में एक वेबसाइट ने मौलवी शिहाब और हुसैन के बीच हुए व्हाट्सऐप चैट का स्क्रीनशॉट प्रकाशित किया था. साथ ही ऑडियो और हुसैन की नग्न तस्वीरें भी थीं. पुलिस ने अपनी जांच में इन चीजों को प्रामाणिक पाया. इसके पहले भी शिहाब दो बार कम कम समय के लिए जेल जा चुके हैं. उन पर सार्वजनिक माहौल को खराब करने और हमला करने के आरोप लग चुके हैं. साथ ही एक बार देश के सेकुलर आदर्शों 'पंचशीला' का अपमान करने के आरोप में उन पर पुलिस जांच भी बैठायी जा चुकी है.
आरपी/एमजे (डीपीए)