पोप से मिले ओबामा
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पहली बार पोप फ्रांसिस से मिलने वैटिकन सिटी पहुंचे. ओबामा ने पोप को व्हाइट हाउस आने का न्योता दिया.
बिना तनाव
कैथोलिक चर्च अक्सर ओबामा की कई नीतियों से असहमत रहता है. खास तौर से गर्भपात को ले कर ओबामा चर्च के सख्त रवैये से इत्तिफाक नहीं रखते. लेकिन वैटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस से मुलाकात के दौरान किसी भी तरह का तनाव नजर नहीं आया.
लाइब्रेरी में
राष्ट्रपति ओबामा और पोप फ्रांसिस की मुलाकात करीब एक घंटे तक चली जो कि निर्धारित आधे घंटे से काफी ज्यादा समय था. यह मुलाकात पोप की लाइब्रेरी के बंद दरवाजों के पीछे हुई. इसके बाद दोनों मीडिया से रूबरू हुए.
अमेरिका आइए!
पत्रकारों के सामने ही ओबामा ने पोप को बीजों का एक थैला दिया. ये बीज व्हाइट हाउस में लगे फलों और फूलों के हैं. इसी दौरान उन्होंने न्योता देते हुए कहा, "अगर आपको मौका मिले तो आप व्हाइट हाउस आ कर बगीचा देख सकते हैं." पोप ने मुस्कुराते हुए स्पैनिश में जवाब दिया, "कॉमो नो?" (सच में?)
पोप का उपहार
वहीं पोप ने भी ओबामा को अपनी लिखी किताब 'द जॉय ऑफ द गॉस्पेल' भेंट की. उपहार लेते हुए ओबामा ने कहा, "मैं जब भी बहुत तनाव महसूस करूंगा तब मैं इसे जरूर पढूंगा और मुझे पूरा यकीन है कि इससे मुझे हिम्मत मिलेगी, मैं शांत हो सकूंगा."
इतना तामझाम!
ओबामा ने मजाक मजाक में पोप से यह भी कह दिया कि वैटिकन में रहना कोई आसान काम नहीं, "आप शायद इकलौते ऐसे इंसान हैं जिन्हें मुझसे भी ज्यादा तामझाम से गुजरना पड़ता है." इसके साथ ही ओबामा ने अपनी अहमियत भी दर्ज करा दी.
आखिरी बार
इस से पहले ओबामा 2009 में अपनी पत्नी और बेटियों के साथ पोप बेनेडिक्ट के साथ मुलाकात के लिए वैटिकन पहुंचे थे.