पैट्रियस को तयशुदा समय में सेना वापसी पर संदेह
६ दिसम्बर २०१०पश्चिमी देशों के कई टीवी नेटवर्कों की तरफ से कराए एक ताजा सर्वे के मुताबिक अमेरिकी और नाटो सेनाओं पर हमलों को सही मानने वाले अफगानों की संख्या पिछले साल 8 प्रतिशत के मुकालबे अब 27 प्रतिशत हो गई है. यह बात ऐसे समय में सामने आई है जब अफगान राष्ट्रपति अंतरराष्ट्रीय सेनाओं से आग्रह कर रहे हैं कि वे अभियानों में आम लोगों को नुकसान न पहुंचाने की भरसक कोशिश करें.
यह सर्वे देश के सभी 34 प्रांतों में 1,700 से आमने सामने हुई बातचीत पर आधारित है. यह सर्वे अमेरिकी टीवी चैनल एबीसी, ब्रिटेन के बीबीसी और जर्मन टीवी चैनल एआरडी ने 29 अक्टूबर से 13 नवंबर के बीच किया.
अफगानिस्तान में एक इंटरव्यू में अमेरिकी कमांडर डेविड पैट्रियस कह चुके हैं कि सैनिकों की वापसी के मामले में वह पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं. "मुझे नहीं लगता कि कोई कमांडर कभी कहेगा कि मुझे भरोसा है कि हम ये कर सकते हैं. हम स्थिति का आकलन करते हैं और उसी आधार पर फैसला करते हैं. हम इस दिशा में अपनी स्थिति को मजबूत कर सकते हैं. लेकिन मैं दोहराना चाहूंगा कि अगर मैं कहूं कि मैं पक्के तौर पर दावा कर रहा हूं तो वह दर्शकों के सामने झूठ बोलना होगा."
शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बिना घोषित कार्यक्रम के अफगानिस्तान का दौरा किया. दो साल पहले पद संभालने के बाद ओबामा दूसरी बार अफगानिस्तान होकर आए हैं. ओबामा ने अमेरिकी सैनिकों को भरोसा दिलाया है कि वे तालिबान के खिलाफ जंग जीत रहे हैं. लेकिन ओबामा ने यह ताकीद भी कर दी कि आने वाले दिन मुश्किलों भरे हो सकते हैं. वहीं पैट्रियस का कहना है कि दुश्मन को निकालने में काफी मशक्कत करनी होगी.
पैट्रियस का कहना है कि हर अभियान में सैनिक कुछ विद्रोहियों को मार देते हैं लेकिन कुछ बच कर निकलने में कामयाब हो जाते हैं. हमारी कोशिश होगी कि लगातार उन पर दबाव बनाए रखा जाए. पैट्रियस के मुताबिक वह दावे से नहीं कह सकते कि अफगानिस्तान के कितने हिस्से पर तालिबान चरमपंथियों का कब्जा है. पैट्रियस स्वीकार करते हैं कि तालिबान उन्हें जबरदस्त टक्कर दे रहा है और उनके खिलाफ पारंपरिक ढंग से लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार