पेशाब करने से मना किया तो गोली मारी
२३ नवम्बर २०१२घटना भारत की राजधानी दिल्ली की है. पुलिस के मुताबिक 17 साल की युसरा ने अपने घर के गेट पर एक युवक को पेशाब करते देखा और उसे ऐसा करने से मना किया. 21 साल का युवक मनाही से ऐसा झल्लाया कि उसने युसरा की हत्या कर दी.
दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त जिला आयुक्त अजय चौधरी के मुताबिक, "दिन के समय युसरा ने उसे इमारत के गेट पर पेशाब करने से मना किया, दोनों एक ही इमारत में रहते हैं." पुलिस का कहना है कि युवक कहीं से पिस्तौल लेकर आया. शाम को वह युसरा के घर में घुसा और बेडरूम में जाकर युसरा और उसकी मां पर गोली चला दी.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक निजामुद्दीन इलाके में इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार है. पुलिस अधिकारी चौधरी कहते हैं, "वह एक बेरोजगार और आवारा किस्म का युवक है. फिलहाल वह फरार है लेकिन वह यहीं कहीं है और हम उस तक पहुंच जाएंगे."
भारत में पुरुषों का यहां वहां पेशाब करना आम है. हजारों छोटे-बड़े शहरों की कई गलियां या दीवारें हमेशा दुर्गंध छोड़ती हैं. ऐसा करने वाले पुरुष अक्सर आस पास से गुजर रही महिलाओं के लिए असंमजस की स्थिति भी पैदा करते हैं. हाल ही में राजस्थान में खुलेआम पेशाब करने वालों के पास ढोल बजाए गए.
कुछ ही महीने पहले जब भारत के शहरी विकास मंत्री जयराम रमेश ने यह कहा कि देश को मंदिरों से ज्यादा शौचालयों की जरूरत है तो कई लोगों को मिर्च सी लग गई. उनका भारी विरोध हुआ. देश में सार्वजनिक शौचालयों की भी अथाह कमी है. प्रशासन को इनकी जरूरत भी महसूस नहीं होती. सफाई के जरिए पवित्रता बनाए रखने वाले सफाई कर्मचारियों को भी समाज बड़ी हेय दृष्टि से देखता है.
ओएसजे/एनआर (एएफपी)