पुरानी बीटेल अभी भी टॉप कार
३१ जुलाई २०१४कई पुरानी कारें अभी भी लोग चला रहे हैं और इतना ही नहीं उन्हें एकदम टिप टॉप रखा जाता है. और कई मामलों में ये तो ये पुरानी कारें लोगों की रोज की साथी हैं. 1974 में फोल्क्सवागेन की गोल्फ कार ने बाजार पर कब्जा जमाया और बीटेल की जगह ली. लेकिन ताजा आंकड़े के मुताबिक अभी भी जर्मनी में करीब 50,000 बीटेल कारें दौड़ रही हैं.
यह कार खास तौर पर अपने मजबूत इंजन के लिए जानी जाती है. इसे 1930 में नाजी शासन के आदेश पर पहली बार बनाया गया था. उस समय बीटेल कार सस्ती थी और देख रेख भी आसान थी. उस समय की कई कारें अभी भी बढ़िया चल रही हैं.
दूसरी सबसे लोकप्रिय गाड़ी है ट्राबी नाम से मशहूर ट्रांबांट कार. अभी भी जर्मनी में इसके 32,000 मॉडल रजिस्टर्ड हैं और इसकी नंबर प्लेट पर विशेष साइन एच बना होता है, जिसका मतलब ऐतिहासिक (हिस्टोरिक) है. ये नंबर प्लेट सिर्फ उन्हीं गाड़ियों पर लगाई जाती है, जो 30 साल से पुरानी हैं और जिन्हें ओरिजिनल कंडीशन में रखने का सर्टिफिकेट मिला है. इस तरह की ऐतिहासिक कार रखने वालों का टैक्स भी कम हो जाता है और उन्हें बीमा की किस्त कम भरनी पड़ती है. जर्मनी में अभी प्लास्टिक के ढांचे वाली कई ट्राबी कारें हैं. ये पुरानी कारों की नकल हैं और इन्हें कोई रियायत या स्पेशल नंबर प्लेट नहीं मिलती.
जर्मनी में फ्रांसीसी सिट्रोएन की 2सीवी डू शिवो भी चलाई जा रही है. इनकी संख्या करीब 13,000 है. इसके अलावा 1970 और 80 के दशक में बनी ओपेल मान्टा और फोर्ट काप्री स्पोर्ट्स कारों की संख्या 7,000 के आस पास है और इसके बाद नंबर आता है रेनां आर4 एस्टेट का. इसकी 2,000 गाड़ियां दौड़ रही हैं.
एएम/एजेए (डीपीए)