पीएम को भाया मलेशियाई बैंकिंग सिस्टम
२७ अक्टूबर २०१०डॉ. सिंह ने मलेशिया में इस्लामिक बैंकिंग प्रणाली की तारीफ करते हुए कहा कि इसमें बाजार सहित अन्य क्षेत्रों से पैदा होने वाले दबाव को सहन करने की क्षमता है. भारत जैसी बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश में केंद्रीय बैंक के लिए इस तरह की पद्धति कारगर साबित हो सकती है.
कुआलालंमपुर में संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा "बैंकिंग क्षेत्र में समय समय पर प्रयोग करते रहना जरूरी है और मलेशिया की इस्लामिक बैंकिंग प्रणाली के सामयिक होने के कारण मैं आरबीआई से कहूंगा कि इस दिशा में गंभीरता से सोचे और इसका अध्ययन करे कि मलेशिया मौजूदा आर्थिक समस्याओं से कैसे निपट रहा है."
मलेशिया यात्रा के दौरान डॉ. सिंह ने इससे पहले प्रधानमंत्री मोहम्मद नजीब तुन अब्दुल रजाक से द्विपक्षीय महत्व के आर्थिक और कूटनीतिक मसलों पर विस्तार से चर्चा की. बाद में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में डॉ. सिंह ने इस्लामिक बैंकिंग की जमकर तारीफ की. इस पर उनसे पूछा गया कि क्या भारत भी इस तर्ज पर अपनी बैंकिंग प्रणाली में बदलाव करेगा. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि आरबीआई को इस दिशा में गंभीरता से सोचना चाहिए कि मलेशिया में ब्याज मुक्त बैंकिग पद्धति किस तरह से सफलतापूर्वक काम कर रही है और अर्थव्यवस्था में आने वाले सभी तरह के दबावों का भी कामयाबी से सामना कर रही है.
मलेशिया की इस्लामिक बैंकिग प्रणाली अपने तरह की पहली पद्धति है जो ब्याज रहित है जबकि बैंकिंग के मामले में ब्याज सबसे महत्वपूर्ण घटक होता है.
रिपोर्टः पीटीआई/निर्मल
संपादनः ए कुमार