पाकिस्तान के लिए 50 करोड़ डालर की मदद
१९ जुलाई २०१०अमेरिकी विदेश मंत्री दो दिन के लिए पाकिस्तान की यात्रा पर हैं, जहां से वह एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए काबुल जाएंगी. इस्लामाबाद में मंगलवार को दोनों देशों के बीच दूसरी बार स्ट्रैटेजिक संवाद होने वाला है, जिसमें अल क़ायदा और तालिबान के ख़िलाफ़ संघर्ष के बारे में विचार किया जाएगा. इस सिलसिले में हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि वह सिर्फ़ सरकारों के बीच नहीं, बल्कि दोनों देशों की जनता के बीच भी संवाद चाहती हैं.
पिछले वर्ष अमेरिकी कांग्रेस ने अगले पांच सालों में पाकिस्तान के लिए साढ़े सात अरब डालर की मदद की घोषणा की थी. हिलेरी क्लिंटन ने इसके तहत बांध, बिजली उत्पादन, कृषि विकास व अस्पतालों में सुधार जैसी परियोजनाओं के लिए 50 करोड़ डालर मुहैया कराने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि यह एकबारगी खर्च नहीं है, बल्कि पाकिस्तान के भविष्य की ख़ातिर दीर्घकालीन निवेश है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने क्लिंटन की बातों से हामी भरते हुए कहा कि यह दोनों देशों के बीच संबंधों में बदलाव का एक दौर है.
समझा जा रहा है कि पाकिस्तान अमेरिकी बाज़ार में बेहतर भागीदारी चाहता है. साथ ही वह आतंकवाद विरोधी संघर्ष के लिए और अधिक संसाधन, उर्जा और तकनीक प्राप्त करने के मामले में भेदभाव का ख़ात्मा चाहता है. इस सिलसिले में पाकिस्तान की ओर से भारत के साथ असैनिक परमाणु संधि का हवाला दिया जा रहा है. अपनी यात्रा के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन पाकिस्तान के प्रमुख सैनिक और अन्य नेताओं से बातचीत करेंगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: एस गौड़