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पहले बल्लेबाजी के लिए पोन्टिंग की खिंचाई

२२ जुलाई २०१०

पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे टेस्ट में टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने के ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पॉन्टिंग के फैसले की ऑस्ट्रेलियाई प्रेस में जमकर आलोचना हो रही है. मैच के पहले दिन कंगारू टीम 88 रन पर ही ढेर हो गई.

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क्यों की पहले बल्लेबाजीतस्वीर: AP

1984 के बाद यह ऑस्ट्रेलिया टीम का सबसे कम स्कोर है. 26 साल पहले पर्थ में वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेले गए टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया टीम 76 रन पर ही ऑल आउट हो गई थी. सोमवार को पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को 88 रन पर समेटने के बाद पाकिस्तान ने तीन विकेट पर 148 रन बना लिए.

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के फैसले की ऑस्ट्रेलियाई प्रेस में खिंचाई तय थी. उन्होंने लीड्स के उस मैदान पर टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने निर्णय लिया जो सीम गेंदबाजों के लिए मददगार थी. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से टिम पेने आखिरी बल्लेबाज रहे जिन्होंने 17 रन बनाए. पाकिस्तानी गेंदबाजों ने मैच के पहले दिन की खूब विकेट बंटोरे. मोहम्मद आमेर ने 20 रन देकर तीन विकेट लिए. इनमें लंच के बाद लगातार दो गेदों पर दो विकेट भी शामिल हैं.

ऑस्ट्रेलिया एसोसिएट प्रेस ने लिखा है कि पोन्टिंग को अपने फैसले पर अफसोस जरूर होगा. एपीपी के मुताबिक, "इंग्लैंड के मैदान पर छह टेस्ट मैचों में यह पांचवां मौका है जब ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी इस तरह भरभरा गिरी है. साथ ही टीम का प्रदर्शन दिखाता है कि वह इंग्लैंड में लाचार साबित हो रही है."

वहीं द टेलीग्राफ का कहना है कि यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए सबसे काले दिनों में से एक था. अख़बार के मुताबिक, "सीम बॉलिंग की मददगार पिच पर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले से पोन्टिंग दबाव में आ गए थे. ऐसा ही उन्होंने इस साल जनवरी में उस वक्त किया था जब ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में ही 127 रन पर आउट हो गया."

ऑस्ट्रेलियाई अख़बार ने लिखा है कि पाकिस्तानी तेज गेंदबाज उमर गुल ने 26 साल में ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट क्रिकेट की सबसे खराब बल्लेबाजी को लेकर बहुत से लोगों की चिंताओं को जाहिर किया है. गुल ने पहले बल्लेबाजी करने के पोन्टिंग के फैसले को आश्चर्यजनक फैसला करार दिया था.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ओ सिंह