पर्यावरण के लिए लड़ती महिलाएं
बदलते मौसम से प्रभावित इलाकों से आती हैं कई ऐसी महिलाएं जिन्होंने अपने काम से नाम कमाया है...
महिलावाद और पर्यावरण
वंदना शिवा दुनिया भर में जानी मानी सामाजिक कार्यकर्ता हैं और भौतिकविद हैं. नवदान्य के तहत वह जैव विविधता बचाने के लिए महिलाओं के ही साथ अभियान चलाती हैं. जीन संवर्धित बीजों और जीवों के वह खिलाफ हैं.
बुरी नजर
हबीबा साराबी अफगानिस्तान के बामियान प्रांत में गर्वनर हैं. उन्होंने यहां पहला राष्ट्रीय उद्यान बनाया लेकिन इसे पर्यटकों से ही नुकसान पहुंचने लगा. उन्होंने समुदाय के नेताओं के साथ संरक्षण मुहिम शुरू की.
आराम हराम
कनाडा के अट्टावापिस्काट की प्रमुख थेरेसा स्पेंस ने कनाडा के आदिवासियों के लिए संघर्ष शुरू किया और उनके अधिकारों की उच्च स्तर तक पैरवी कर रही हैं.
हट के
अदाकारा एवा मेंडेस पेटा के एंटी फर अभियान में शामिल तो हुई लेकिन 'फर की जगह मैं नग्न रहना पसंद करूंगी' इस टैगलाइन के साथ निर्वस्त्र.
लातिन अमेरिकी नेता
कारेन क्रिस्टिना फिगुएरेस ओलसेन संयुक्त राष्ट्र में जलवायु परिवर्तन समझौते के प्रोग्राम से जुड़ी हैं. वह कोस्टारिका की ओल्सेन टिकाऊ विकास के लिए काम करती हैं.
जुनून
रियो+20 में जब ब्रिटनी ट्रिलफर्ड ने पहली बार भाषण दिया तो वह सिर्फ 17 साल थीं. उन्होंने कहा था, हम सब जानते हैं कि समय निकल रहा और तेजी से निकल रहा है.
पेड़ों की मां
शांति का नोबेल जीतने वाली केन्याई महिला वांगारी माथाई ने विज्ञान और सामाजिक अभियान के जरिए अफ्रीका की गरीब महिलाओं को तीन करोड़ पेड़ लगाने को प्रेरित किया. 71 साल में कैंसर के कारण उनकी मौत हुई.
धरती का घर
मलेशिया के तट पर सेतियू महिला उद्यम पेवानिस के तहत संरक्षण कार्यक्रम हाउस वाइफ अभियान चलाती हैं. टिकाऊ विकास के इस प्रोजेक्ट को नेसले और वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड ने प्रायोजित किया है.
ग्रीन नीति
बार्बरा उनमुसिग ने पर्यावरण के लिए फायदेमंद नीति बनाने के लिए वैश्विक अर्थव्यवस्था, पारिस्थितिकी और विकास नाम का गैर सरकारी संगठन बनाया है.