परोपकारी कारोबारी
कभी टैक्स बचाने के लिए शुरु हुआ परोपकारी संस्थाओं का बिजनेस मॉडल इस बीच लोकप्रिय होता जा रहा है. अपनी लगभग सारी संपत्ति परोपकार में लगाने की घोषणा करने वाले फेसबुक के मार्क जकरबर्ग पहले कारोबारी नहीं हैं.
मार्क जकरबर्ग
मार्क जकरबर्ग ने दान के विचार को अत्यंत गंभीरता से लिया है. पिछले साल उन्होंने वारेन बफेट और बिल गेट्स के साथ दान घोषणा पर हस्ताक्षर किए थे. अब उन्होंने अपनी सारी 45 अरब डॉलर की संपत्ति परोपकार में लगाने का फैसला किया है.
बिल गेट्स
माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने अपनी 28 अरब डॉलर की संपत्ति अपनी और पत्नी मेलिंडा की साझा परोपकारी संस्था गेट्स फाउंडेशन में दान दी है. गेट्स दंपत्ति ने अपनी 95 प्रतिशत जायदाद दान करने का आश्वासन दिया है.
वारेन बफेट
दुनिया के चोटी के दानियों में वारेन बफेट भी शामिल हैं. निवेशक के रूप में शोहरत और पैसा कमाने वाले बफेट ने 16 अरब डॉलर गेट्स फाउंडेशन को दिए हैं. साधारण तरीके से रहने वाले बफेट उसी घर में रह रहे हैं जो उन्होंने 1956 में खरीदा था.
अजीम प्रेमजी
भारतीय आईटी उद्योग के जार कहे जाने वाले अजीम प्रेमजी विप्रो लिमिटेड के प्रमुख हैं. 2010 में उन्होंने शिक्षा में सुधार के लिए 2 अरब डॉलर का दान दिया. इस बीच वे अपनी 39 प्रतिशत संपत्ति प्रेमजी फाउंडेशन को दान दे चुके हैं.
जॉर्ज सोरोस
जॉर्ज सोरोस ने दुनिया भर में पिछड़े वर्ग के बच्चों को शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए काम करने वाली संस्थाओं की मदद की है. उन्हें खासकर रंगभेदी शासन के दौरान दक्षिण अफ्रीका में शीत युद्ध के दौरान पूर्वी यूरोप में मदद के लिए जाना जाता है.
गॉर्डन मूर
तकनीक के क्षेत्र में अहम योगदान देने वाले इंटेल के संस्थापक गॉर्डन मूर ने बिल गेट्स की ही तरह अपनी और पत्नी की साझा परोपकारी संस्था को 6.8 अरब डॉलर का दान दिया है. गॉर्डन और बेटी मूर फाउंडेशन पर्यावरण, शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में काम करता है.
प्रिंस अल वालिद इब्न तलाल
प्रिंस अल वालिद इब्न तलाल सऊदी अरब के निवेशक हैं. 25.7 अरब डॉलर की संपत्ति वाले प्रिंस इसलिए भी मशहूर हैं कि उन्होंने फोर्ब्स पत्रिका पर इसलिए मुकदमा कर दिया था कि उसने रईसों की सूची में उनका नाम कुछ नीचे कर दिया था. इस साल उन्होंने अपनी सारी संपत्ति दान करने की बात कही है.