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पराये हुए आप के अपने

२ मार्च २०१५

आम आदमी पार्टी के भीतर घमासान छिड़ा हुआ है. पार्टी के वरिष्ठ नेता सार्वजनिक मंच पर इससे इनकार कर रहे हैं लेकिन सोशल मीडिया और खतों के जरिए कलह बाहर आ रहा है.

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Indien Wahlen Arvind Kejriwal und Yogendra Yadav von Aam Aadmi Party
तस्वीर: picture-alliance/dpa

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रशांत भूषण का खत मीडिया में लीक हो चुका है. रिपोर्टों के मुताबिक पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को लिखे खत में भूषण ने पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कामकाज के तरीकों पर नाराजगी जताई. 26 फरवरी को लिखा गया यह खत चार दिन बाद मीडिया में लीक हो गया.

भूषण ने आरोप लगाया है कि पार्टी व्यक्ति केंद्रित हो गई है. उन्होंने पारदर्शिता को लेकर भी चिंता जताई है. भूषण ने लिखा, "व्यक्ति आधारित चुनावी अभियान, दिल्ली चुनावों में यही हुआ, ये हमारी पार्टी को उन दूसरी पारंपरिक पार्टियों की तरह बना रहा है जो व्यक्ति केंद्रित हैं. व्यक्ति आधारित अभियान कारगर हो सकता है लेकिन क्या ये हमारे सिद्धांतों की बलि देने को न्यायोचित ठहराता है? अगर हमें सुप्रीमो नियंत्रित पार्टी से बाहर आना है तो हमें सजग सुधार करने होंगे."

इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर कहा:

यादव ने पार्टी में छिड़े किसी अंदरूनी कलह से इनकार करते हुए कहा, "मैं दुखी हूं लेकिन साथ ही हंसी भी आ रही है. हंसी इसलिए क्योंकि ये सब आधारहीन है. जो लोग कहानियां लिख रहे हैं उनके पास बहुत समय है लेकिन मैं उनकी मंशा से दुखी हूं."

योगेंद्र यादव ने भले ही फूट से इनकार किया हो, लेकिन पार्टी के प्रवक्ता संजय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए इसकी पुष्टि कर दी. संजय सिंह ने प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग केजरीवाल को राष्ट्रीय संयोजक के पद से हटाने की मुहिम चला रहे हैं.

पार्टी के कुछ नेताओं के मुताबिक यादव और भूषण के खिलाफ पार्टी की अनुशासनात्मक समिति के सामने लिखित शिकायत भी की जा चुकी है.

ओएसजे/आरआर (पीटीआई)