न्यूयॉर्क पर अब खटमलों का हमला
५ अगस्त २०१०आमतौर पर खटमल रात के अंधेरे में सक्रिय होते हैं और लकड़ी की दरारों में बने अपने ठिकानों से निकल कर बिस्तरों पर आराम फरमा रहे लोगों को निशाना बनाते हैं लेकिन न्यूयॉर्क में ऐसा नहीं है. खटमल बिस्तरों की बजाए बाज़ारों में घूम रहे हैं और चलते फिरते किसी भी शख्स को पकड़कर उसका खून चूसना शुरू कर दे रहे हैं. हाल ही में तीन बड़े स्टोर इन खटमलों की वजह से कई दिन तक बंद रहे.
यहां तक कि टीवी के प्राइम टाइम में ऐसे खूब विज्ञापन दिख रहे हैं, जिनमें खटमलों पर काबू करने में अपनी काबिलियत का जिक्र दिखाते हुए कंपनियां नए नए ऑफर पेश कर रही हैं. बात यहीं खत्म नहीं हो जाती टीवी पर चलने वाले कार्यक्रमों में भी इनकी खूब चर्चा हो रही है. मशहूर टीवी शो 30 रॉक में तो खटमल के शिकार जैक डोंगी को टैक्सी वाले ने अपनी कार में जगह देने से ही मना कर दिया और मजबूरी में उसे ट्रेन लेकर सफर करना पड़ा. ट्रेन में भी जैक आराम से सफर नहीं कर सके. गुनगुनाते हुए उनके मुंह से जैसे ही ये निकला कि उनके पास खटमल है ट्रेन में मौजूद यात्री चीखने और चिल्लाने लगे, हंगामा खड़ा हो गया.
ये खटमल चावल के दाने से थोड़े से बड़े हैं लेकिन काफी सख्त. आमतौर पर इनकी उम्र 10 महीने होती है और ये हफ्ते भर बिना खून पिए रह जिंदा रह सकते हैं. मादा खटमल अपने पूरे जीवन में करीब 350 अंडे देती है. ऐसे में अगर खटमलों की तादाद हजारों भी हो जाए तो समझा जा सकता है कि समस्या कितनी गंभीर हो जाएगी.
एक मशहूर कंपनी के प्रमुख ने सिटी मेयर को खत लिखकर खटमलों पर काबू करने की गुजारिश की. इस पर मेयर के दफ्तर से जवाब आया कि ये उस कपड़े के स्टोर की जिम्मेदारी है कि वो खटमलों पर काबू करे जिसमें खटमलों ने अपनी दुनिया बसा ली है. हालांकि इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि शहर प्रशासन ने खटमलों की तरफ से अपनी आंखें बंद कर ली हों. मेयर ने एक कमेटी बनाकर उसे दिशा निर्देश बनाने और जरूरी कदम उठाने को कहा है. लोगों को खटमलों से बचने के तरीके और उनकी संख्या को रोकने के उपाय भी सुझाए जा रहे हैं.
सब जानते हैं कि न्यूयॉर्क कभी सोता नहीं और यही बात खटमलों के साथ भी लागू हो रही है ये और बात है कि उनके जागने से शहरवालों की नींद और चैन दोनों हराम हो रही है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन
संपादनः ओ सिंह