न्यूजीलैंड को हरा टीम इंडिया फाइनल में
२५ अगस्त २०१०रॉस टेलर की टीम ने औसत स्कोर 224 रन का पीछा करना शुरू किया पर वह टिक नहीं पाई. एकदम शुरू से ही विकेट गिरने लगे और औसत स्कोर एक विशालकाय चुनौती बन गया.
टॉप के छह बल्लेबाज 50 रन के अंदर ही आउट हो गए और लगने लगा कि जैसे पूरी टीम उतने रन भी नहीं बना पाएगी जितना अकेले वीरेन्द्र सहवाग ने भारत के लिए बनाए. 80 रन बनते बनते 9 विकेट गिर चुके थे और नतीजे की रस्म अदायगी बाकी थी. लेकिन मिल्स ने यहां धमाका कर दिया. न्यूजीलैंड के पुछल्ले बल्लेबाज ने अपने ऊपर के नामी गिरामी बैट्समेन को बताया कि बल्ला कैसे चलाया जाता है. पलक झपकते ही चौके छक्के जड़ते हुए मिल्स ने अर्धशतक जड़ दिया. लेकिन उनकी पारी आखिरकार दिए की आखिरी लौ साबित हुई और टेलर की टीम 118 पर बंध गई. इस तरह भारत 105 रन से जीत गया.
दांबुला का ये विकेट बल्लेबाज़ों के लिए मुसीबत साबित होता जा रहा है और इस मैच में भी यही बात दिखी. सहवाग और मिल्स को छोड़ कर कोई भी बल्लेबाज़ साधारण गेंदबाज़ी के आगे भी नहीं टिक पाया. भारत ने ये मैच जीतने के साथ ही फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है जहां डे नाइट के मैच में उसे मेज़बान श्रीलंका से भिड़ना है. यह मैच शनिवार 28 अगस्त को दांबुला में ही खेला जाएगा.
इससे पहले शुरुआती ओवरों में ही जल्दी जल्दी विकेट खोने वाली टीम इंडिया वीरेन्द्र सहवाग के 110 रनों की बदौलत तर ही गई. भारत ने न्यूज़ीलैंड को 224 रनों का लक्ष्य दिया.
रिपोर्टः अनवर जे अशरफ
संपादनः आभा एम