नौरोज: फारसी नया साल
अफगानिस्तान, ईरान सहित कई देशों में नवरोज वसंत की शुरुआत होता है. ठीक वैसे ही जैसे भारत में वसंत पंचमी. अफगानिस्तान में 21 मार्च को नौरोज मनाया जाता है.
'नया दिन'
फारसी में नौरोज का मतलब होता है नया दिन. यह साल का पहला नहीं बल्कि वसंत का पहला दिन होता है.
रंग बिरंगा
नौरोज करीब 30 करोड़ लोग मनाते हैं. इसकी परंपरा जोरास्त्रियन समय से है जो 3,000 साल पुराना है. आज यह त्यौहार ईरान, अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान, अजरबाइजान, तुर्की सहित चीन और इराक के कुछ इलाकों में मनाया जाता है.
उत्सव
त्यौहार के काफी पहले से तैयारियां शुरू हो जाती हैं. ईरान की ये महिलाएं हफ्त सिन बना रही हैं.
सात एस
हफ्त सिन या सात एस नौरोज उत्सव की खास परंपरा है. इसमें सात चीजें होती हैं जो एस के साथ शुरू होती हैं. सिक्के, सिब यानी सेब, सोमाच (खटाई का मसाला), सोंबोल (तुरसावा), हरी सब्जी और सिरका के अलावा सिर यानी लहसुन भी.
स्वादिष्ट !
सामान्योलू नाम का पकवान बनता है. गेंहू से बनी यह लाप्सी ब्रेड के साथ खाई जाती है. गेहूं एक हफ्ता भिगाया जाता है और फिर इसे पकाया जाता है. इसे बनाते समय औरतों के गाना गाने की भी परंपरा है.
नए साल में
जर्मनी में रहने वाले ये ईरानी नया साल कुछ ऐसे मनाते हैं. बड़ा सा अलाव जला कर जश्न, इस आग को चर्शानबेह सौरी कहते हैं. इस आग पर से कूदने का मतलब है पुराने से नए साल में कूदना.
साफ सफाई
इस त्यौहार से पहले घर की अच्छे से साफ सफाई की जाती है. लंबी ठंड के बाद बाहर गालीचे बिछाए जाते हैं, बैठक सजाई जाती है.
वंसत नृत्य
ताजिकिस्तान में नौरोज के दिन खास नृत्य किया जाता है. दुशांबे के स्टेडियम में लोग इकट्ठा होते हैं और महिलाएं नृत्य प्रस्तुत करती हैं.
कुर्द का नया साल
तुर्की के कुर्द लोग भी नौरोज मनाते हैं. इस्तांबूल में ये लोग नए कपड़े पहन, मिलते जुलते हैं और त्यौहार मनाते हैं.