नोटों के हैरान करने वाले रिकॉर्ड
बैंक नोट हर देश में चलते हैं. लेकिन कुछ देशों के नोट रिकॉर्ड बना चुके हैं, बेहद अजीब से रिकॉर्ड.
14 बार जीरो
महंगाई से जूझ रहे जिम्बाब्वे के नोट के नाम यह रिकॉर्ड है. 2009 में आए एक नोट में एक के बाद 14 शून्य थे. यानि एक नोट 10,000 अरब डॉलर का था. इस नोट से एक दिन का खाना पीना भी नहीं खरीदा जा सकता था.
सबसे महंगा नोट
यह रिकॉर्ड सिंगापुर के डॉलर के नाम है. 1973 में जारी किया गया यह नोट 10,000 डॉलर का था. इसकी कीमत करीब साढ़े चार लाख रुपये के बराबर थी. 2004 में भ्रष्टाचार को नियंत्रित करने के लिए इस नोट की छपाई बंद कर दी गई.
आकार में सबसे छोटा
पूर्वी यूरोप के देश रोमानिया का बैंक नोट रोमानियाई लियु आकार में सबसे छोटा है. 10 लियु के नोट का साइज 27.5 x 38 मिलीमीटर है, यानि एक डाक टिकट के बराबर. युद्ध के दौरान कच्चे माल की कमी के चलते नोट को इतना छोटा बनाया गया. (तस्वीर प्रतीकात्मक)
100 के ऊपर नहीं
चीन ने बड़े नोटों की छपाई पर रोक सी लगा रखी है. चीन में सबसे बड़ा बैंक नोट 100 युआन का है. हवाला और भ्रष्टाचार को रोकने के इरादे से वहां 100 युआन से ज्यादा बड़े नोट नहीं छापे जाते. यही वजह है कि चीन में कई बार लोग सूटकेस में पैसे भरकर खरीदारी करने जाते हैं.
सबसे हाई टेक
यूरो जोन की साझा मुद्रा यूरो का नया नोट सबसे ज्यादा हाई टेक है. 50 यूरो के नोट की नकल करना नामुमकिन सा है. यह वॉशिंग मशीन में 90 डिग्री गर्म धुलाई सह सकता है. बेहद तीखे रसायनों के हमले का भी इस पर असर नहीं होता है. 50 यूरो के नोट का सबसे ज्यादा इस्तेमाल भी होता है.
आभासी मुद्रा
बिटकॉयन एक आभासी मुद्रा है, लेकिन इंटरनेट के जरिये होने वाले वित्तीय लेन देन में इसका इस्तेमाल किया जाता है. यह मुद्रा 2008 में सातोषी नाकामोतो ने लॉन्च की. वक्त के साथ इसकी छवि भी सुधरी. अब बिटकॉयन्स को ऑफिशियल करेंसी एक्सजेंच रेट में भी जगह मिल गई है.