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नीबेल को ग़ज़ा जाने से रोकने पर मैर्केल को अफ़सोस

२१ जून २०१०

जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने जर्मनी के विकास सहायता मंत्री डिर्क नीबेल को ग़ज़ा न जाने देने के इस्राएल के फ़ैसले पर अफ़सोस जताया है, लेकिन साथ ही ग़ज़ा की नाकेबंदी में और ढ़ील देने के इस्राएली निर्णय का स्वागत किया है.

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अब्बास से भी मिले नीबेलतस्वीर: picture alliance / dpa

बर्लिन में सोमवार को जर्मन सरकार के उप प्रवक्ता क्रिश्टॉफ़ श्टेगमन ने कहा कि चांसलर मैर्केल को उम्मीद है कि विकास सहायता मंत्री नीबेल ग़ज़ा का दौरा कर पाएंगे. सरकारी प्रवक्ता ने साफ़ किया कि नीबेल को ग़ज़ा न जाने देने की घटना से इस्राएल के साथ निकट और भरोसेमंद संबंध प्रभावित नहीं हुआ है.

डिर्क नीबेल 18 जून से इस्राएल और फ़लीस्तीनी क्षेत्रों के दौरे पर हैं. वेस्ट बैंक के अलावा वे ग़ज़ा भी जाना चाहते थे जिसकी इस्राएल ने कट्टरपंथी हमास द्वारा सत्ता हथियाए जाने के बाद से नाकेबंदी कर रखी है. इस्राएल ने नीबेल को ग़ज़ा जाने की अनुमति नहीं दी.

नीबेल ने इसे इस्राएल की बड़ी विदेशनैतिक गल्ती बताते हुए कहा, "वे चाहते कि खुलेपन और पारदर्शिता के लिए एक स्पष्ट राजनीतिक संकेत दिया गया होता." अंतरराष्ट्रीय दबाव में इस्राएल ग़ज़ा की नाकेबंदी में ढ़ील देने को तैयार हो गया है, लेकिन अभी भी वह उसे पूरी तरह खोलने को तैयार नहीं.

जर्मन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आंद्रेयास पेश्के ने कहा है कि जर्मन सरकार ने इस्राएल द्वारा दिए गए कारणों पर नोटिस लिया है. लेकिन साथ ही उन्होंने ध्यान दिलाया कि पिछले दिनों इस्राएल ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून और यूरोपीय संघ की विदेशनैतिक दूत कैथरीन एशटन को फ़लीस्तीनी क्षेत्रों में जाने दिया था.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: एस गौड़