धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स भी सेमीफाइनल में
१८ अप्रैल २०१०जीत के लिए 193 रन का पीछा करते हुए चेन्नई ने दो गेंद रहते लक्ष्य को पा लिया. कप्तान धोनी ने 29 गेंदों पर नॉटआउट 54 रन की पारी खेली. अपनी पारी के आखिर में तो उन्होने चौकों और छक्कों की झड़ी लगा दी और धर्मशाला में खेले गए रोमांचक मैच में अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई.
आखिरी ओवर में चेन्नई को जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी. लेकिन धोनी ने इरफान पठान की गेंदों पर दो छक्के और एक चौका जड़कर सारी कसर पूरी कर दी. धोनी ने छक्के के साथ मैच को खत्म किया. हालांकि जब धोनी 32 रन बनाकर खेल रहे थे तो उन्हें जीवनदान मिला. युआन थेरॉन की गेंद पर पठान धोनी का कैच नहीं लपक पाए. चेन्नई की जीत में एस बंद्रीनाथ (36 गेंदों पर 53 रन) और सुरेश रैना (27 गेंदों पर 46) का भी अहम योगदान रहा.
रविवार की जीत के साथ ही चेन्नई के लीग मैच भी पूरे हो गए हैं जिसके बाद उसके कुल 14 अंक और नेट रन रेट प्लस 0.274 है. इस तरह टीम ने शान से सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है.
इससे पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित की गई पंजाब की टीम ने तीन विकेट के नुकसान पर 192 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया. इसमें चौथे विकेट के लिए शाउन मार्श और पठान के बीच 99 रनों की अहम साझेदारी का खास योगदान रहा. मार्श ने 88 रन बनाए जबकि पठान के बल्ले से 44 रन निकले.
वहीं चेन्नई की पारी को उस वक्त शुरुआती झटकों का सामना करना पडा जब रमेश पवार ने सलामी बल्लेबाजों मुरली विजय (13 रन) और मैथ्यू हेडेन (5 रन) को सस्ते में ही आउट कर दिया. लेकिन बाद के बल्लेबाजों ने पारी को संभाल लिया और उसे कामयाबी के साथ जीत की दहलीज तक ले गए.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एम गोपालकृष्णन