दीवारों से बंटी दुनिया
बर्लिन की दीवार गिरने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि दुनिया की दूसरी दीवारें भी कभी न कभी गिरेंगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं बल्कि और दीवारें बन गई. इंसान को देश, धर्म, अमीरी गरीबी के आधार पर बांटने वाली दीवारें.
बगदाद की दीवारें
बगदाद की सड़कों पर चलती तीन मीटर ऊंची दीवार शिया और सुन्नी को अलग करने वाली इकलौती नहीं. जिलों के चारों ओर भी दीवार तानी गई है. यह सुरक्षा कारणों से हैं. यह इराकी समाज में पैदा हुई जटिलताओं का एक उदाहरण है.
दीवारों के पीछे
9 नवंबर 1989 को बर्लिन की दीवार का गिरना इतिहास की शानदार घटना थी. यह दिन शीत युद्ध और यूरोप के विभाजन के खात्मे का दिन था. लेकिन आज भी दुनिया भर में देश, धर्म, जाति, राजनीतिक विचारधारा की दीवारें बनी हुई हैं. फोटोग्राफर काई वीडेनहोएफर की तस्वीरें ऐसी ही कुछ दीवारों के बारे में.
उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच
पनमुंजोम में बनी दीवार भले ही कुछ सेंटीमीटर की हो लेकिन इसके आर पार जाना असंभव है. यह उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच की दीवार है. वामपंथी उत्तर कोरिया दुनिया के सबसे गरीब देशों में शामिल है जबकि दक्षिण कोरिया विकसित औद्योगिक देश. दोनों के बीच की सीमा 250 किलोमीटर लंबी है.
बंटा मध्यपूर्व
दस साल से इस्राएल 700 किलोमीटर लंबी और आठ मीटर ऊंची दीवार पश्चिमी तट की सीमा पर बना रहा है. इस्राएलियों के लिए यह हमलों से सुरक्षा का उपाय लेकिन फलिस्तीनी इलाके के लोगों के लिए मुश्किल.
यूरोपीय संघ और अफ्रीका में
यूरोपीय संघ और अफ्रीका की सीमा पर बनाई गई फेंस. यह स्पेन के सेउटा और मेलिया को मोरक्को से अलग करती है. और दो बिलकुल अलग जीवन स्तरों को भी. इस फेंस के कारण जान जोखिम में डालकर आने वाले अवैध आप्रवासियों की संख्या कम नहीं हुई है.
उत्तरी आयरलैंड में
यहां विवाद के साथ खड़ी हुई सात मीटर ऊंची दीवार. पीस लाइन नाम की इस दीवार ने बेलफास्ट को दो हिस्सों में बांटा है. हालांकि बेलफास्ट समझौते के साथ विवाद तो 1998 में अधिकारिक तौर पर सुलझ गया लेकिन कैथोलिक और प्रोटेस्टेंट धर्मावलंबियों में तनाव बना हुआ है.
अमेरिका और मेक्सिको
अमेरिका भले ही आजाद लोगों का देश कहा जाता हो लेकिन मेक्सिको से लगी उसकी सीमा पर कड़ी पहरेदारी होती है. टोर्टेया वॉल नाम से मशहूर यह दीवार अवैध आप्रवासियों को अमेरिका में आने से रोकने और नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए है. सीमा पार करने की कोशिश में हर साल करीब 500 लोग मारे जाते हैं.
विभाजित साइप्रस
निकोसिया के बीच से जाने वाली दीवार 1974 से ग्रीस और तुर्की के हिस्से वाले साइप्रस को अलग करती है. 2003 से हालांकि दोनों इलाके के लोग एक दूसरे के यहां जा सकते हैं.