1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

दक्षिण अफ्रीकी पिचों से कैसा डरः धोनी

२८ सितम्बर २०१०

भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि चैंपियंस लीग ट्वेंटी 20 के बाद भारतीय क्रिकेटर अब दक्षिण अफ्रीकी पिचों से नहीं डरते. धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने इस बार चैंपियंस लीग को अपने नाम किया.

https://p.dw.com/p/POsX
जीते धोनी के धुरंधरतस्वीर: AP

फाइनल में दक्षिण अफ्रीका की वॉरियर्स टीम को मात देने के बाद धोनी ने स्थानीय अखबार एफ्रीकांस के साथ बातचीत में कहा कि भारतीय क्रिकटरों के लिए दक्षिण अफ्रीकी पिच अब कोई अनोखी बात नहीं हैं. वह कहते हैं, "आईपीएल के दूसरे सीजन और अब चैंपियंस लीग के दौरान हमारे बहुत से खिलाड़ी यहां खेले हैं. इन पिचों पर खेलने का अनुभव बहुत बढ़िया रहा." भारतीय टीम इस साल के अंत में दक्षिण अफ्रीका का दौरा करेगी.

चेन्नई सुपर किंग्स में टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों मुरली विजय (294 रन) और सुरेश रैना ने अपनी धाक साबित की है. इसके अलावा स्पिनर रविचंद्रन अश्विन सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के तौर पर उभरे. चैंपियंस लीग के दौरान उन्होंने 13 विकेट चटकाए. धोनी ने अश्विन को आक्रामक गेंदबाज बताया जो किसी भी चुनौती से निपट सकता है. वह कहते हैं, "वह बहुत ही शानदार गेंदबाज है जिसे ज्यादा मार्गदर्शन की जरूरत नहीं है. उसे पता है कि उससे क्या उम्मीदें हैं." धोनी कहते हैं कि अश्विन दक्षिण अफ्रीकी दौरे के लिए अहम खिलाड़ी हो सकते हैं.

रविवार को चैंपियंस लीग में खिताबी जीत के बाद 1 करोड़ 70 लाख रैंड की रकम पाने के बाद भी धोनी मायूस नजर आते हैं. उन्हें मलाल इस बात का है कि आईपीएल के अगले सीजन में उनकी चेन्नई सुपरकिंग्स के कुछ खिलाड़ी अलग अलग टीमों का हिस्सा होंगे. जल्द ही खिलाड़ियों के लिए आईपीएल की बोली लगने वाली है. धोनी कहते हैं, "तीन साल तक साथ रहने के बाद अब कुछ खिलाड़ी दूसरी टीमों का हिस्सा बन जाएंगे. इसीलिए हम इस टूर्नामेंट को जीतना चाहते थे. हम पिछले तीन साल एक साथ खेलने के लिए शुक्रिया अदा करना चाहते थे."

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः आभा एम

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें