थोमस मान: प्रतिभाशाली परिवार
जर्मनी का मान परिवार सनकी और रईस था लेकिन अभूतपूर्व साहित्यिक प्रतिभा की मिसाल भी था. साहित्य के नोबेल पुरस्कार विजेता लेखक थोमस मान और उनका परिवार जर्मनी के उन प्रसिद्ध परिवारों में शामिल है जो अभी भी मिथक बने हुए हैं.
पिता के इर्द गिर्द
मां कात्या बच्चों मोनिका, मिषाएल, एलिजाबेथ, क्लाउस और एरिका मान के साथ 1924 में. वे सब मशहूर पिता थोमस मान के इर्द गिर्द खड़े हैं. जीवनी लेखक टिलमन लामे का कहना है कि वे पिता से अलग हो भी नहीं सकते थे.
नोबेल पुरस्कार
अपने पहले ही उपन्यास बुडेनब्रूक्स के साथ थोमस मान को 1901 में नोबेल पुरस्कार मिला और वे दुनिया भर में प्रसिद्ध हो गए. उनके बच्चों ने बाद में कितनी भी कोशिश की अपने ख्यातनामा पिता को मात नहीं दे पाए.
घुट्टी में कला
थोमस मान के बड़े बच्चे पहले विश्व युद्ध के बाद बर्लिन में रहने लगे. एरिका ने अभिनेत्री के रूप में नाम कमाया और क्लाउस ने लेखक के रूप में. तस्वीर में, गुस्ताफ ग्रुंडगेंस, एरिका, पामेला वेडेकिंड और क्लाउस मान.
जटिल प्यार
एरिका ने अभिनेता गुस्ताव ग्रुंडगेंस से शादी की तो क्लाउस की मंगनी पामेला से हुई. बाद में पामेला ने अपनी दोस्त डोरोथिया के पिता से शादी कर ली. एरिका भी पामेला को चाहती थी. मान परिवार प्यार के मामले में बहुत प्रगतिशील था जहां समलैंगिकता के बारे में खुलकर बात होती थी.
लेखक और इतिहासकार
क्लाउस मान ने अपने उपन्यास में खुलकर समलैंगिकता पर लिखा है. भाई गोलो इतने खुले नहीं थे. उन्होंने लेखक के अलावा इतिहासकार बनने का फैसला किया. उनका अभी तक नाम है और इसकी वजह से उन्हें पिता का भी सम्मान मिला.
परिवार की छवि
नाजियों के दमन से मान परिवार के जर्मनी से भागकर अमेरिका जाने के बाद एरिका मान परिवार की पीआर एजेंट बन गईं. उनके ही प्रयासों की वजह से हिटलर के खिलाफ संघर्ष में मान परिवार को आदर्श के रूप में देखा जाता है.
भाई हाइनरिष
सचमुच पूरा मान परिवार दूसरे बुद्धिजीवियों के विपरीत बहुत पहले ही हिटलर के खिलाफ बोलने लगा था. थोमस मान के भाई हाइनरिष मान भी. वे खुद बड़े लेखक थे और हिटलर के हिंसक शासक के खिलाफ महत्वपूर्ण आवाजों में एक.
किस्मत के साथी
निर्वासन ने परिवार को एक दूसरे के और करीब ला दिया. वे वित्तीय रूप से भी एक दूसरे पर निर्भर थे और एक दूसरे को नजरअंदाज नहीं कर सकते थे. उन्हें जर्मनी में नहीं रह पाने और 1945 के बाद भी खुला स्वागत न होने का गम सताता रहा.
खुशनुमा दिन
बच्चों को सिर्फ अतीत के खुशनुमा दिनों की याद ही रह गई. इस तस्वीर जैसे मस्ती के दिन जिसमें थोमस मान 1930 में अपने बच्चों एलिजाबेथ, मिषाएल और दो अन्य बच्चों के साथ दिख रहे हैं. क्लाउस ने 1949 में आत्महत्या कर ली और थोमस मान की 1955 में मौत हो गई.
छोटी बेटी
थोमस मान के परिवार का आखिरी सदस्य 8 फरवरी 2002 को दुनिया को विदा कह गया. उनकी छोटी बेटी एलिजाबेथ अकेली संतान थी जो पिता से स्वतंत्र जिंदगी जीने में कामयाब रही. मौत से एक दिन पहले भी स्कीइंग के लिए गई.