थाइलैंड में धमाके की वजह साफ नहीं
१८ अगस्त २०१५पुलिस प्रमुख सोमयोत पुंपानमुआंग ने कहा है कि पीली शर्ट पहने संदिग्ध ने सीसीटीवी की पहली तस्वीर में पीठ पर रकसैक ले रखा है जबकि बाद की दूसरी तस्वीर में वह बिना रकसैक के है. संदिग्ध की राष्ट्रीयता स्पष्ट नहीं है. सोमयोत ने कहा, "उस इंसान ने बैकपैक ले रखा था और वह घटना के समय उस जगह से गुजरा. लेकिन हमें पहले और बाद की तस्वीरों को देखना होगा ताकि लिंक का पता लग सके." शहर में तनाव के माहौल को बढ़ाते हुए मंगलवार को एक पुल से एक छोटा विस्फोटक फेंका गया और बैंकॉक रेल स्टेशन के निकट भी धमाका हुआ है. पुलिस के अनुसार इन हमलों में कोई घायल नहीं हुआ.
पुलिस ने कहा है कि अभी तक सोमवार को शहर के टूरिस्ट केंद्र में एरावान मंदिर पर हुए धमाके की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन जांच में सैनिक सरकार का विरोध करने वाले संगठनों सहित किसी भी ग्रुप को छोड़ा नहीं जा रहा है. थाइलैंड की स्थानीय राजनीति के अलावा उइगुरों के विवाद की भी जांच की जा रही है. पिछले महीने थाइलैंड ने चीन के शिनजियांग इलाके में अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे 109 उइगुरों को वापस चीन भेज दिया था. एरावान मंदिर में फ्रा फ्रोम की एक मूर्ति है जो हिंदू देवता ब्रह्मा का थाई रूप हैं.
पिछले एक दशक से सत्ता संघर्ष का सामना कर रहे थाइलैंड के लिए यह बम धमाका बहुत संवेदनशील समय में आया है. 2014 में निर्वाचित सरकार को हटाकर सत्ता में आई सैनिक सरकार द्वारा मनोनीत संसद अगले महीने संविधान के मसौदे पर फैसला लेगी. आलोचकों ने मसौदे को अलोकतांत्रिक बताया है और कहा है कि इसका मकसद सत्ता पर सेना के नियंत्रण को पुख्ता करना है.
एरावान मंदिर शहर के व्यस्त चौराहे पर स्थित है जहां पांचसितारा होटल, शॉपिंग मॉल, ऑफिस कॉम्प्लेक्स और अस्पताल हैं. यह पूर्वी एशिया और चीन से आने वाले पर्यटकों का मुख्य आकर्षण है. सैनिक तख्तापलट के बाद से थाई अर्थव्यवस्था की हालत अच्छी नहीं है, लेकिन पर्यटन उद्योग ठीक ठाक चल रहा है. अर्थव्यवस्था में इसका हिस्सा 10 प्रतिशत है और पिछले साल विरोध प्रदर्शनों और सैनिक विद्रोह के कारण हुए नुकसान के बाद सरकार को इस साल स्थिति बेहतर होने की उम्मीद है.
इस बीच घटनास्थल पर पुलिस को तैनात कर दिया गया है. वे वहां से सबूत इकट्टा करने की कोशिश कर रहे हैं जो उन्हें हमलावरों तक पहुंचा सके. पुलिस का कहना है कि हमला पाइप बम से किया गया. शहर के पर्यटन केंद्र पर किया गया यह हमला पर्यटन के अलावा देश में निवेशकों के भरोसे को भी नुकसान पहुंचा सकता है. धमाके की खबर के बाद थाई मुद्रा बात में 0.57 प्रतिशत की गिरावट आई तो शेयरों के भाव तीन प्रतिशत गिर गए. अमेरिका ने कहा है कि धमाके को आतंकी हमला बताना जल्दबाजी होगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा है कि थाई अधिकारियों ने अब तक अमेरिकी मदद नहीं मांगी है.
एमजे/आरआर (रॉयटर्स)