तेल के रिसाव को रोकेगी घंटेनुमा युक्ति
७ मई २०१०एक क्रेन ने स्टील की बनी घंटेनुमा संरचना को एक जहाज़ से उठाकर पानी में डाला है. इससे पहले समुद्री सतह पर निकल रहे तेल की भाप के कारण इस काम में देरी हुई. विशालकाय घंटे को लेकर दुर्घटना स्थल पर गए मालवाही पोत के कैप्टेन का कहना है कि हल्की सी चिंगारी भी तेल की भाप में आग लगा सकती है.
तेल निकासी प्लैटफॉर्म के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद पहले तो रिसाव को रोकने के लिए समुद्र की पेंदी में बने छेद को रोबोट के ज़रिए बंद करने की कोशिश हुई, लेकिन उसमें विफल रहने के बाद अब उसे स्टील की एक विशाल और भारी घंटेनुमा युक्ति से ढ़क कर बंद करने की कोशिश की जा रही है.
ब्रिटिश तेल कंसर्न बीपी के प्रवक्ता डेविड निकोलस ने चेतावनी दी है, "हमने पहले कभी ऐसा नहीं किया है. यह बहुत जटिल काम है और हम कोई गारंटी नहीं दे सकते." इस युक्ति से वहां से निकल रहे 85 फ़ीसदी खनिज तेल को बर्बाद होने से रोका जा सकेगा. घंटेनुमा संरचना चारमंज़िले एशलर और उसके ऊपर एक गुंबद जैसी आकृति वाली है जहां से तेल को एक पाइप के ज़रिए समुद्री सतह पर खड़े जहाज़ों में इकट्ठा किया जाएगा. यह काम रविवार को शुरू होना है.
रिमोट कंट्रोल्ड रोबोट इस बात को सुनिश्चित करेगा कि घंटे ने तेल के रिसाव वाली जगह को ठीक से ढ़क दिया है. समुद्र की 1500 मीटर की गहराई में तेल के प्रवाह को रोकने के लिए इस तरह की किसी युक्ति का उपयोग पहले कभी नहीं हुआ है. ताकि तेल इस गहराई पर के केवल 5 डिग्री तापमान में जम न जाए, पाइप के ज़रिए गर्म पानी और मिथेनॉल वहां पंप किया जाएगा.
रिसाव को तुरंत रोकना कितना ज़रूरी है, यह लुइज़ियाना के तट पर दिख रहा है जहां समुद्र में बह रहा तेल गुरुवार को तट के निकट स्थित द्वीपों पर पहुंचा. वहां बहुत से पक्षियों को भूरे तेल वाले पानी में डुबकी लगाते हुए देखा गया. दुर्घटनाग्रस्त जगह से हर दिन 8 लाख लीटर तेल निकल कर समुद्र में फैल रहा है.
मेक्सिको की खाड़ी में हुई दुर्घटना के बाद अमेरिकी सरकार कम से कम इस महीने के अंत तक नई बोरिंग की अनुमति नहीं दे रही है. अमेरिका के गृह मंत्री केन सालाज़ार ने ह्यूस्टन में बीपी के आपात केंद्र के दौरे पर कहा कि रोक कब हटाई जाएगी यह जांच रिपोर्ट के नतीज़ों पर निर्भर करेगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: राम यादव