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तेल की बढ़ी कीमतों का फायदा ईबाइक को

२९ दिसम्बर २०१०

देश में में अक्सर होने वाली ईंधन के दामों में बढ़ोतरी इलेक्ट्रॉनिक बाइक या ई बाइक के लिए बड़ी फायदेमंद साबित हो रही है. मुश्किल दौर से गुजर रहे ई बाइक उद्योग को अब उम्मीद की नई किरण नजर आ रही है.

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पेट्रोल बाइक पर्यावरण के लिए नुकसानदायकतस्वीर: AP

ई बाइक पर्यावरण के लिए अच्छी हैं. वे कम प्रदूषण करती हैं और उन्हें चलाना भी सस्ता पड़ता है. विदेशों में तो इनकी खासी मांग है लेकिन भारत में अब भी इनके बाजार में उतनी रौनक नहीं है. उद्योग जगत के लोग मानते हैं कि इसकी वजह सरकार की तरफ से सहारा न मिलना है. साथ ही इनकी क्षमता कम होने के कारण भी लोग इनकी तरफ आकर्षित नहीं हो पा रहे हैं. लेकिन हाल के दिनों में कई बार तेल की कीमतें बढ़ने से लोगों का ध्यान ई बाइक की तरफ गया है.

अब कई घरेलू कंपनियां ई बाइक उद्योग में आने की सोच रही हैं. अब ई बाइक के ऐसे मॉडल बनाने पर काम हो रहा है जो जिनकी क्षमता ज्यादा हो और लोगों को उनकी तरफ आकर्षित किया जा सके.

भारत में एसोसिएशन ऑफ इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मैन्युफैक्चर्रस ने ग्राहकों को लुभाने के लिए अपने वाहनों की कीमत करने पर भी विचार किया है. उद्योग जगत के सूत्र बताते हैं कि नवीकरण ऊर्जा मंत्रालय ने ई बाइक उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कुछ फंड भी दिए हैं. सूत्रों के मुताबिक तेल की ज्यादा कीमतें और ई बाइक की कम कीमतें ग्राहकों को इस बारे में सोचने पर मजबूर कर सकती हैं.

भारत में ई व्हीकल दो साल पहले बाजार में आए. शुरुआत में इस बाजार पर चीन की बनीं ई बाइकों का कब्जा रहा, बाद में कुछ भारतीय कंपनियों ने भी इसमें कदम रखे. लेकिन ग्राहकों से अच्छी प्रतिक्रिया न मिलने के कारण बहुत सी कंपनियों को बाजार से हटना पड़ा. सूत्र बताते हैं कि इसकी वजह खराब मार्केटिंग भी रही.

हाल ही में एशियाई विकास बैंक ने बाजार के अध्ययन के बाद कुछ सुझाव दिए हैं. उद्योग जगत उन सुझावों को भी बाजार पर लागू करने की योजनाएं बना रहा है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम

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