ड्रैकुला का जादू
अपनी डरावनी पहचान के बाद भी उन पर लिखी गई रहस्यमयी कहानियों और फिल्मों की लोकप्रियता आज भी बरकरार है. किताबों और फिल्मों के बाद अब वैंपायर जर्मनी के डुसेलडॉर्फ शहर के फिल्म म्यूजियम में दर्शक जुटा रहे हैं.
रजत पटल के जादूगर
जर्मनी के माक्स श्रेक और उनके जैसे कई और कलाकार वैंपायर के पात्र निभा कर मशहूर हुए. 1930 में ड्रैकुला का अभिनय कर नाम कमाने वाले हंगेरियन अमेरिकन बेला लुगोसी का तो अंतिम संस्कार भी उन्हें ड्रैकुला कैप पहना कर किया गया था.
तरह तरह के वैंपायर
केवल श्वेत मर्द अभिनेताओं ने ही वैंपायर की भूमिका नहीं निभाई है. समय के साथ साथ वैंपायरों की कल्पना के साथ प्रयोग भी किए गए. अश्वेत महिलाओं से लेकर समलैंगिक वैंपायरों जैसे पात्र भी फिल्मों में दिखाए जाने लगे.
अमिट छाप
पॉप संस्कृति में वैंपायरों का बड़ा महत्व रहा है. दांत गड़ा कर खून चूसने के लिए मशहूर वैंपायरों के पात्र हॉलीवुड में हमेशा से लोकप्रिय रहे हैं. पिछले साल जॉनी डेप ने फिल्म डार्क शैडोज में ऐसा ही एक किरदार निभाकर दर्शकों को डराया.
कहां से आए वैंपायर
वैंपायरों की शुरुआत 15वीं शताब्दी में आज के रोमानिया में प्रिंस ऑफ वलेशिया से मानी जाती है. कहते हैं उसकी जुबान पर खून का मजा चढ़ गया था. इसमें कितनी सच्चाई है यह विवादास्पद है, लेकिन यग सदियों से कलाकारों को प्रेरणा दे रहा है.
ब्राम स्ट्रोकर
ड्रैकुला के किरदार को शक्ल देने का श्रेय आयरलैंड के लेखक ब्राम स्ट्रोकर को जाता है. सात साल की मेहनत के बाद 1897 में उनका उपन्यास ड्रैकुला प्रकाशित हुई. आज भी कहानीकार और फिल्मकार उनके उपन्यास से प्रेरणा लेते हैं.
कला में वैंपायर
ब्राम स्ट्रोकर का उपन्यास प्रकाशित होने से पहले नॉर्वे के पेंटर एडवर्ड मंच ने 1895 में 'लव एंड पेन' नाम की अपनी पेंटिंग पूरी कर ली थी. जब मंच के दोस्तों ने बताया कि उसमें एक महिला पुरुष की गर्दन से खून पी रही है, तो इसका नाम द वैंपायर रखा गया.
डुसेलडॉर्फ में वैंपायर
वैंपायरों की कथा-कहानियों की प्रदर्शनी इस समय जर्मनी के डुसेलडॉर्फ शहर के फिल्म म्यूजियम में दिखाई जा रही है. यहां 1987 की हॉलीवुड फिल्म 'प्रिंस ऑफ डार्कनेस' में इस्तेमाल हुआ सामान भी पहली बार जर्मनी में दिखाया जा रहा है.
क्लाउस किंस्की
माक्स श्रेक के बाद विवादास्पद जर्मन अभिनेता क्लाउस किंस्की ने फिल्म 'नॉस्फेरातू' में खून के प्यासे वैंपायर का प्रसिद्ध पात्र निभाया. इस तस्वीर में फ्रेंच अभिनेत्री ईजाबेल अजानी क्लाउस किंस्की की शिकार के रूप में दिखाई दे रही हैं.
स्टार वैंपायर
हॉलीवुड में ड्रैकुला पर कुछ बड़ी बजट की फिल्में भी बनीं. 1994 में आयरिश निर्देशक नील जॉर्डन ने ब्राम स्ट्रोकर की कहानी पर 'इंटरव्यू विद अ वैंपायर' बनाई. इसमें ब्रैड पिट और टॉम क्रूस मुख्य भूमिका में थे, लेकिन इसे व्यावसायिक सफलता नहीं मिली.
द ट्वाइलाइट सागा
पिछले सालों में ट्वाइलाइट फिल्मों के कलाकारों को भारी सफलता मिली है. अमेरिकी लेखिका स्टेफनी मायर की लिखी हुई और अभिनेता रॉबर्ट पैटिंसन, क्रिस्टीन स्टीवर्ट और टेलर लॉट्नर की इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कामयाबी पाई.
खून सा लाल
डुसेलडॉर्फ की प्रदर्शनी में जर्मनी और विदेशों से आई कलाकृतियां अक्टूबर तक देखी जा सकती हैं. फिल्मों की कहानी और पटकथा की असल कॉपियों के साथ ब्राम स्ट्रोकर के स्टडी की भी नुमाइश की गई है. इस जगह को गहरे लाल रंग से रंगा गया है.
वैंपायर गेम्स
वैंपायरों की कल्पना किताबों और फिल्मों से अब बच्चों के बेडरूम तक पहुंची. खिलौनों, मुखौटों और सजावट को डुसेलडॉर्फ के फिल्म म्यूजियम में देखा जा सकता है.