डॉक्टर को दिखाएं, अगर...
सेहत के कई सुराग मूत्र की जांच में मिलते हैं. मूत्र का रंग, गंध और उसकी प्रक्रिया इस बात के कई सुराग देती है कि शरीर में क्या हो रहा है.
मीठी गंध
इसका आपके मीठा खाने से कोई लेना देना नहीं है. डायबिटीज विशेषज्ञ डॉक्टर हॉली फिलिप्स के मुताबिक, "मीठी सी गंध छोड़ने वाला मूत्र अक्सर डायबिटीज की पहचान में अहम होता है." रक्त में शुगर का लेवल ठीक न होने पर मूत्र से ऐसी गंध आ सकती है.
पारदर्शी न होना
यह यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का संकेत हो सकता है. असामान्य रंग बैक्टीरिया और श्वेत रंग कोशिकाओं के चलते हो सकता है. हो सकता है कि आपको यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन न हो और आप स्वस्थ भी महसूस कर रहे हों, लेकिन मूत्र के रंग में बदलाव को नजरअंदाज न करें.
लाल रंग
आम तौर पर बहुत ज्यादा तरबूज या लाल रंग के दूसरे फल खाने से ऐसा होता है. लेकिन रंग अगर बहुत ज्यादा लाल हो तो ध्यान दें, मूत्र में खून भी हो सकता है. यह यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, किडनी में पथरी या कैंसर का संकेत भी हो सकता है.
बहुत ज्यादा दुर्गंध
मूत्र से आम तौर पर दुर्गंध आती है लेकिन अगर दुर्गंध बहुत ही तीखी हो और सड़े खाने जैसी हो तो मूत्राशय में संक्रमण का संकेत हो सकता है.
मूत्र के साथ जलन
कई लोगों को लगता है कि ऐसा ज्यादा मिर्च खाने से होता है. आम तौर पर ऐसा शरीर में पानी की कमी से होता है. लेकिन अगर पर्याप्त पानी पीने के बाद भी पेशाब करने पर जलन बरकरार रहे तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है.
पेशाब करने में बाधा
यह यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का आम संकेत है. इसका सबसे आम संकेत है हर वक्त पेशाब करते वक्त जलन होना, पेशाब रुक रुककर होना या बार बार पेशाब करने की इच्छा होना. 60 साल की उम्र के बाद पुरुषों में प्रोस्टेट बढ़ने से भी ऐसा होता है. ऐसे में डॉक्टर से जरूर मशविरा लें.
बार बार पेशाब लगना
महिलाओं में यह गर्भ धारण के शुरुआती संकेत हैं. हॉर्मनों में बदलाव के चलते गुर्दों से खून का प्रवाह बढ़ जाता है. बहुत ज्यादा कैफीन या अल्कोहल की वजह से भी ऐसा होता है. अगर लंबे वक्त तक हर दिन कई बार पेशाब लगे तो डॉक्टर से संपर्क करें, यह डायबिटीज या ट्यूमर का संकेत भी हो सकता है.