डेविड कैमरन बने ब्रिटेन के सबसे युवा प्रधानमंत्री
१२ मई २०१०43 साल में टोनी ब्लेयर भी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने थे लेकिन महीनों के मामले में कैमरन ने उनका रिकॉर्ड तोड़ दिया. 43 साल के कैमरन ने ब्रिटेन के सबसे अच्छे माने जाने वाले एल्टन स्कूल और फिर ऑक्सफोर्ड युनिवर्सिटी के छात्र रह चुके हैं.
उनका सपना है कि ब्रिटेन सुरक्षित और ग्रीन देश बने. साथ ही एक ऐसा देश बने, जहां लोगों के पास ज़्यादा मौके हों, उन्हें अपना जीवन जीने की ज़्यादा शक्ति हो. कैमरन कहते आए हैं कि उन्हें पारिवारिक मूल्यों के लिहाज़ से मजबूत और सामाजिक ज़िम्मेदारी निभाने वाला ब्रिटेन चाहिए.
बदलाव के नारे के साथ चुनाव लड़ने वाले कैमरन नव रुढ़िवादी विचारधारा का समर्थन करते हैं साथ ही सरकारी स्वास्थ्य बीमा नीति का भी वे पुरज़ोर समर्थन करते हैं. अपने बेटे की मौत झेल चुके कैमरन चाहते हैं कि ऐसी स्थिति किसी और ब्रिटिश नागरिक के सामने न आए.
उनके सबसे बड़े बेटे इवान को मस्तिष्क के लकवे की बीमारी थी. कैमरन ने उसे बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे, छह साल की उम्र में इवान की मौत हो गई. व्यक्तिगत रूप से इतना बड़ा धक्का खा चुके कैमरन शायद इसीलिए स्वास्थ्य बीमा नीति के बड़े हिमायती हैं.
राजनीति, दर्शनशास्त्र और अर्थशास्त्र में उन्होंने प्रथम श्रेणी में डिग्री हासिल की. फिर उन्होंने मध्य दक्षिणपंथी कंजर्वेटिव पार्टी के साथ काम शुरु किया और 1992 में उस समय के वित्त मंत्री नॉर्मन लेमोट के सलाहकार बने. ये वो समय था जब स्टरलिंग पौंड की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में बुरी तरह गिर गई थी. 2001 में सांसद चुने जाने से पहले कार्ल्टन टीवी कंपनी में उन्होंने सात साल जनसंपर्क अधिकारी के तौर पर काम किया. दिसंबर 2005 में कंज़र्वेटिव पार्टी ने उन्हें अपने पांचवें अध्यक्ष के तौर पर चुना.
राजनीति के अलावा अपने परिवार के समय बिताना कैमरन के लिए अहम है. उन्हें टेनिस खेलने के अलावा बागवानी और खाना पकाने का भी शौक है. कैमरन की पत्नी सामांथा स्मिथसन लक्जरी गुड्स कंपनी में क्रिएटिव डायरेक्टर हैं और ब्रिटिश प्रेस में मशहूर हैं. उन्हें सैमकैम के नाम से जाना जाता है.
रिपोर्टः आभा मोंढे
संपादनः ओ सिंह