डेक्कन पर एक करोड़ पौंड का मुकदमा
३ जून २०१०ब्रिटिश अखबार द टेलीग्राफ के मुताबिक में एक करोड़ पौंड का मुकदमा तो किया ही गया है साथ ही ये भी आरोप है कि डेक्कन ने एक बेनाम खिलाड़ी को ग़ैरकानूनी तरीके से भुगतान किया इस कारण आईपीएल के आय संबंधी नियम 'सैलेरी कैप नियम' का भी उल्लंघन किया गया.
रिपोर्ट में कहा गया है, "ये आरोप है कि उन्हें दी जाने वाली एक करोड़ पौंड की एकमुश्त रकम नहीं दी गई. उनके पद को कम समझा गया जब फ्रैंचाइज़ी ने केपीएमजी को नियुक्त किया कि वह डेक्कन चार्जर्स के लिए एक ख़रीददार ढूंढे जबकि मुख्य कार्यकारी अधिकारी को बताया गया कि फ्रैंचाइज़ी को बेचा नहीं जा रहा."
साल भर तक राइट ने डेक्कन चार्जर्स के साथ कोई संपर्क नहीं किया. अब ये मुकदमा दर्ज़ किया है.
राइट ने 2009 के पहले ही बिना किसी विशेष कारण के चार्जर्स छोड़ दी थी. अब राइट का कहना है कि टीम ने उनसे सलाह लिए बिना खिलाड़ियों की तनख्वाह बढ़ाई.
अभियोग में लिखा है कि डेक्कन के पहले मालिक ने मुवक्किल(राइट) से सलाह लिए बिना खिलाड़ियों को रखा और आईपीएल के नियमों के विपरीत अनुबंध में खिलाड़ियों का वेतन भी बढ़ाया.
राइट के नौकरी छोड़ने के बाद डेक्कन ने कहा कि वे विदेशी नागरिकों के पंजीकरण संबंधी अधिनियम (फॉरेनर्स रजिस्ट्रेशन एक्ट) और वीज़ा नियमों के उल्लंघन के बाद गिरफ्तारी के डर से भारत नहीं आना चाहते.
जबकि अपने अभियोग में राइट का कहना है कि उनका और डेक्कन के मालिकों का कई सौदो पर मतभेद हुआ था जिसमें एन्टरटेनमेंट अधिकार और दुबई टूर का भी मामला था. डेली टेलीग्राफ अख़बार ने लिखा है कि डेक्कन इन आरोपों का उत्तर देंगे. ये मुकदमा लंदन में चलाया जाएगा या भारत में इस बारे में शुक्रवार को तय किया जाएगा.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा मोंढे