टेनिस का नया गोल्डेन ब्वाय
३ जुलाई २०१४22 साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब विश्व रैंकिंग में 100 से भी नीचे स्थान वाले किसी खिलाड़ी ने विश्व के नंबर एक खिलाड़ी को एक महत्वपूर्ण मुकाबले में हराया है. इससे पहले 1992 में आंद्रे ओल्होव्स्की ने तत्कालीन विश्व नंबर एक जिम कुरियर को विंबलडन के ही तीसरे राउंड में हराया था. विश्व रैंकिंग में 144वें स्थान वाले किर्गिओस ने नडाल के खिलाफ 37 बार ऐसी सर्विस दी जब नडाल गेंद को अपनी रैकेट से छू भी नहीं पाए. पिछले दस सालों में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी खिलाड़ी ने अपना पहला ही विंबलडन मुकाबला खेलते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है.
अपने अब तक के करियर में 14 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके नडाल के विजय रथ पर किर्गिओस ने मंगलवार को लगाम लगा दी. किर्गिओस ने ऑल इंग्लैंड क्लब में 28 साल के नडाल को चार सेटों के मैच में हरा दिया. फ्रेंच ओपन के बेताज बादशाह माने जाने वाले नडाल ने विंबलडन प्रतियोगिता नौ बार जीती है. यहां खेले गए कुल मैचों में स्पेन के नडाल ने 39 बार जीत हासिल की है और केवल आठ बार ही हार का मुंह देखा है. नडाल पिछले काफी समय से अपने घुटनों की चोट के कारण परेशान रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया में अपने 19 वर्षीय नए हीरो को लेकर काफी उत्साह है. 'सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड' अखबार ने उनकी जीत के बारे में कहा, "हैरतअंगेज, उल्लेखनीय, असाधारण..जो चाहे वो उत्तमता सूचक शब्द लगा लीजिए." ऑस्ट्रेलिया में लेटन हेविट के बाद से एक नए टेनिस सितारे के उभरने की उम्मीद लगी थी जिसे लोग किर्गिओस के साथ पूरा होते देख रहे हैं. 'सिडनी डेली टेलीग्राफ' ने तो अपने अखबार में एलान कर दिया, "ऑस्ट्रेलिया, हमें एक नया हीरो मिल गया है."
यहां तक की प्रधानमंत्री टोनी एबट ने भी किर्गिओस के प्रदर्शन को "असाधारण" करार दिया है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा "ऑस्ट्रेलिया को तुम पर बेहद गर्व है." कैनबरा के रहने वाले किर्गिओस के पिता एक ग्रीक-ऑस्ट्रेलियन जबकि उनकी मां मलेशियन-ऑस्ट्रेलियन मूल की हैं. चार साल की उम्र से टेनिस खेल रहे किर्गिओस ने भी इस ऐतिहासिक जीत के बाद ट्वीट किया, "धीरे धीरे मुझे इसका एहसास हो रहा है..जो कि एक बेहद अविश्सनीय दिन रहा."
आरआर/एमजे (एएफपी, रॉयटर्स)